आज महंगा हो गया सोना और चांदी, जानिए कहां पहुंचे भाव
बुधवार को कीमतों में तेज गिरावट के बाद आज गुरुवार को सोने और चांदी की कीमतों में बढ़त देखने को मिली है। आज की बढ़त के साथ सोना एक बार फिर 50 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के करीब पहुंच गया है। वहीं चांदी भी 56 हजार रुपये प्रति किलो के स्तर को पार कर गई है।
सोने और चांदी की कीमतों में विदेशी बाजारों के संकेतों का असर देखने को मिला है। बाजार के जानकार पहले ही संभावना जता रहे हैं। कि फेस्टिव सीजन के दौरान मांग बढ़ने से सोना 50 हजार का स्तर पार कर लेगा। हालांकि आशंका ये भी है। कि इस बार मॉनसून की असामान्य बारिश से सेंटीमेंट्स बिगड़े हैं। और सोने में एक सीमा से ज्यादा बढ़त देखने को नहीं मिलेगी।
कहां पहुंचे सोने के भाव
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव में तेजी आने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 460 रुपये की बढ़त के साथ 49,960 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 49,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं चांदी की कीमत में भी तेजी देखने को मिली है।
कीमतें 1,035 रुपये की बढ़त के साथ 56,230 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार ने कहा कि अमेरिकी में सोने के भाव में तेजी के बाद दिल्ली के सर्राफा बाजार में सुबह के कारोबार में सोने की कीमतों में लाभ दर्ज हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना बढ़त के साथ 1,642 डॉलर प्रति औंस पर रहा। जबकि चांदी 18.57 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रही।
क्या है जानकारों की राय
जानकारों की माने तो सोने के भाव में ज्यादा गिरावट के संकेत नहीं हैं। और आने वाले समय में कीमतों में बढ़त ही देखने को मिलेगी। आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता का मानना है कि दिवाली और उसके बाद आने वाले शादियों के सीजन में सोने की मांग बढ़ सकती है। जिससे सोने का भाव भी बढ़त दिखेगी। हालांकि अनुज का मानना है। कि आगे कीमतों में ज्यादा बढ़त की संभावना नहीं है क्योंकि इस बार मॉनसून का एग्री सेक्टर पर असर बहुत अच्छा नहीं रहा है। कई फसलों की बुवाई का एरिया घटने से महंगाई बढ़ने की भी आशंका बनी हुई है। जिसका बुरा असर सोने की खरीदारी पर भी दिखेगा। और अनुमान है कि इससे सोने की कीमतें एक सीमा से आगे नहीं जाएंगी।



