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मोदी ने बाढ़ प्रभावित बिहार का हवाई सर्वेक्षण किया, 500 करोड़ की मदद दी
पूर्णिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का आज हवाई सर्वेक्षण किया और राज्य के लिए 500 करोड़ रुपये की तत्काल राहत की घोषणा की। इसके अलावा आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये देने की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार मोदी ने यह भी कहा कि बाढ़ से हुई तबाही का आकलन करने के लिए जल्द ही एक केंद्रीय टीम बिहार भेजी जाएगी।
उन्होंने बीमा कंपनियों से फसलों को पहुंची क्षति का आकलन करने के लिए तत्काल अपने कर्मियों को भेजने को कहा ताकि किसानों को जल्द से जल्द राहत मिल सके। हवाई सर्वेक्षण से पहले प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ यहां एक बैठक की। बैठक वायुसेना के चूनापुर हवाई अड्डे पर हुई जहां से बाद में प्रधानमंत्री ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी।
पीएमओ ने एक बयान में कहा, ‘‘समीक्षा करने के बाद प्रधानमंत्री ने बिहार सरकार को हरसंभव मदद देने का वादा किया।’’ आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बाढ़ प्रभावित चार जिलों- पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी उनके साथ मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री को बताया गया कि बाढ़ से 19 जिले प्रभावित हुए हैं, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया पर सबसे बुरा असर पड़ा है।
बाढ़ से जल संसाधन विभाग को सर्वाधिक नुकसान पहुंचा है। प्रधानमंत्री को बताया गया कि तटबंधों और नहरों के टूटने के कारण विभाग को 2,700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बैठक में बताया गया कि राज्य के बाढ़ प्रभावित लोगों में राहत के लिए अनुमानित रूप से 2,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। मोदी ने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय बिहार में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत को लेकर उचित कार्रवाई करेगा। पीएमओ के अनुसार उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण केंद्रीय मदद से जल्द से जल्द कर लिया जाएगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों लिए दो-दो लाख रुपये तथा गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के लिए 50,000-50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। मोदी ने हाल में नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ हुई अपनी वार्ता का भी उल्लेख किया जिसमें फैसला किया गया कि सप्तकोसी बांध और सनकोसी भंडारण-सह-पथांतरण योजना को लेकर जल्द से जल्द विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
इसमें बताया गया कि दोनों देश सीमाई इलाकों में बाढ़ नियंत्रण के लिए भी काम करेंगे जिससे क्षेत्र को लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को आश्वासन दिया कि केंद्र बाढ़ के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए हरसंभव मदद मुहैया कराएगा। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार बिहार में बाढ़ से 418 लोग मारे गए हैं और 19 जिलों में 1.67 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।
इससे पहले आज सुबह मोदी दिल्ली से पूर्णिया के चुनापुर हवाई अड्डे पहुंचे जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेशचंद यादव और मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह सहित अन्य ने उनकी अगवानी की। जुलाई में राज्य में जदयू-भाजपा गठबंधन की सरकार के गठन के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला बिहार दौरा है।
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