
कोरोना काल में दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को योगी सरकार ने दी 10 लाख रुपये की सहायता
उत्तर प्रदेश में कोरोना काल के दौरान अपनी जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिजनों को योगी सरकार ने 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। शनिवार को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहायता राशि का वितरण किया।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि जिन लोगों के आवेदन देर से प्राप्त हुए हैं, उन्हें भी आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी।
बेहद भावुक माहौल में संपन्न इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मीडिया के अहम योगदान को लेकर पत्रकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम सबके लिए यह एक ऐसा क्षण है, जब मीडिया जगत से जुड़े हुए उन सभी दिवंगत पत्रकारों के प्रति जिन्होंने कोरोना कालखंड में समाज के लिए अपनी लेखनी को चलाते-चलाते अपने प्राणों की आहुति दी है।
उन सबके प्रति हम अपनी संवेदना व्यक्त कर सकें। श्रद्धांजलि व्यक्त कर सकें और परिजनों के प्रति एक संबल बन सकें। उन्होंने कहा कि हम सब जानते है। कि पिछले 15-16 महीने से पूरा देश इस सदी की सबसे बड़ी महामारी से जूझ रहा है।
हर तबका इस बीमारी से प्रभावित हुआ है। कोरोना के चरम के समय हर आदमी भयभीत था। हर कोई एक अदृश्य आशंका से ग्रस्त था। ऐसे दौर में भी मीडियाकर्मी अपने कार्य में लगे रहे। लोकतंत्र के सजग प्रहरी के रूप में मीडिया का काम ही ऐसा है।
उन्हें हर समय आवागमन करना होता है। लेकिन न तो उनके पास पीपीई किट थे। न ग्लब्स और न ही मास्क थे। इसके बावजूद मीडियाकर्मी अपने कर्मपथ पर डटे रहे। खुद की चिंता न करते हुए समाज को जागरूक करते रहे। सरकार को सुधार के लिए इंगित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पहली लहर को हमने नियंत्रित कर लिया तभी वैक्सीनेशन का कार्यक्रम भी शुरू हुआ। उस समय भी मीडिया के पास कोई सुरक्षा कवच नहीं था। ऐसे में राज्य सरकार ने पहले लखनऊ और नोएडा और फिर पूरे प्रदेश में पत्रकार गणों को टीका-कवर उपलब्ध कराने का काम किया।
उन्होंने बताया कि अब तक केवल लखनऊ और नोएडा केंद्रों पर 25 हजार मीडियाकर्मियों और उनके परिजनों को वैक्सीन दे दी गई है। सीएम योगी ने कहा कि आज हम कोरोना को नियंत्रित करने के नजदीक है। लेकिन कुछ नहीं कहा जा सकता ये कब वापस आ जाए। दिवंगत मीडियाकर्मियों के परिजनों को सहायता राशि का चेक प्रदान करते हुए सीएम ने उनके सुख-दुःख में सरकार को भागीदार बताया।