आजाद के इस्तीफे से कांग्रेस में भगदड़, समर्थन में J&K के कई नेताओं ने छोड़ी पार्टी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद से जम्मू-कश्मीर के नेताओं में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के कई नेताओं ने उनके इस्तीफे पर दुख जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक जीएम सरूरी, हाजी अब्दुल राशिद, मोहम्मद अमीन भट, गुलजार अहमद वानी और चौधरी मोहम्मद अकरम ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने संगठनात्मक चुनाव से पूर्व शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया तथा नेतृत्व पर आंतरिक चुनाव के नाम पर पार्टी के साथ बड़े पैमाने पर ‘धोखा’ करने का आरोप लगाया। आजाद के इस्तीफे को पहले से ही समस्याओं का सामना कर रही कांग्रेस पार्टी पर एक और आघात माना जा रहा है। पूर्व में कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। जिसमें कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार आदि शामिल है।
गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे पांच पेज के त्यागपत्र में अपनी शिकायतों का सिलसिलेवार उल्लेख किया है। आजाद ने कहा कि वह भारी मन से यह कदम उठा रहे है। उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए और प्रदेश स्तर पर क्षेत्रीय दलों के लिए स्थान खाली कर दिया है।
दरबारियों के संरक्षण में चल रही कांग्रेस- आजाद
उन्होंने आरोप लगाया कि दरबारियों के संरक्षण में कांग्रेस को चलाया जा रहा है। तथा पार्टी देश के वास्ते सही चीजों के लिए संघर्ष करने की अपनी इच्छाशक्ति और क्षमता खो चुकी है। पार्टी में बदलाव की मांग करने वाले जी23 समूह का हिस्सा रहे आजाद ने कहा, इसलिए खेदपूर्वक और बेहद भारी मन से मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ अपने करीब 50 वर्षो के संबंध को समाप्त करने का फैसला किया है। मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से त्यागपत्र देता हूं।
J&K | GM Saroori, Haji Abdul Rashid, Mohd Amin Bhat, Gulzar Ahmad Wani and Choudhary Mohd Akram resign from the primary membership of Congress "in support of Ghulam Nabi Azad". pic.twitter.com/PciPTd3QS3
— ANI (@ANI) August 26, 2022
पार्टी में किसी भी स्तर पर चुनाव संपन्न नहीं हुए- आजाद
उन्होंने पार्टी में संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया को ‘धोखा’ करार देते हुए कहा कि देश में कहीं भी, पार्टी में किसी भी स्तर पर चुनाव संपन्न नहीं हुए। आजाद ने सोनिया को लिखे पत्र में कहा कि 24 अकबर रोड में बैठे एआईसीसी के चुने हुए पदाधिकारियों को एआईसीसी का संचालन करने वाले छोटे समूह द्वारा तैयार की गई सूचियों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि बूथ, ब्लाक, जिला और राज्य स्तर पर कहीं भी मतदाता सूची प्रकाशित नहीं की गई। उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ बड़े पैमाने पर धोखे के लिए नेतृत्व पूरी तरह से जिम्मेदार है।



