
व्यवसायिक पाठ्यक्रम में इस बार ऑनलाइन नामांकन
रांची। उच्च शिक्षा को लेकर झारखंड में भी व्यवसायिक और टेक्निकल पाठ्यक्रमों की मांग बढ़ी है। इसी कड़ी में राजधानी रांची के नामकुम स्थित झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में ऐसे पाठ्यक्रमों की पढ़ाई हो रही है। और इसे लेकर नए सत्र से नई व्यवस्थाएं यूनिवर्सिटी की ओर से की जा रही है।
यहां बीटेक, बी फार्मा जैसे व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के साथ-साथ और भी कई पाठ्यक्रमों की पढ़ाई शुरू की गई है।देश के सभी राज्यों की अपनी-अपनी शिक्षण संस्थाएं हैं।जो विभिन्न व्यवसायिक कोर्स के साथ-साथ टेक्निकल कोर्स संचालित करती हैं। और झारखंड में इसकी जिम्मेदारी टेक्निकल यूनिवर्सिटी की है। इस यूनिवर्सिटी के अंतर्गत 17 गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज हैं।
पीपीपी मोड में संचालित आठ पॉलिटेक्निक कॉलेज है। इस यूनिवर्सिटी से संबंद्ध प्राइवेट कॉलेजों की संख्या 17 है। वहीं, बीआईटी सिंदरी, कैंब्रिज इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, डीएवी इंजीनियरिंग कॉलेज, आरटीसी इंजीनियरिंग कॉलेज मिलाकर कुल 15 इंजीनियरिंग कॉलेज संचालित हो रहे हैं।
व्यवसायिक कोर्स के लिए 6 पीजी कॉलेज भी इस टेक्निकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आते हैं। दो फार्मेसी कॉलेज भी इस संस्थान के जिम्मे हैं। और सभी कॉलेजों में शैक्षणिक वर्ष के इस सत्र में पाठ्यक्रमों में नामांकन का दौर समाप्त हो चुका है। अप्रैल माह से कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी।
राज्य सरकार के दिशा निर्देश मिलने के बाद विश्वविद्यालय और कॉलेज अपने स्तर पर तैयारियों में जुटे हैं। जेटीयू के कुलपति आचार्य प्रदीप कुमार मिश्र कहते हैं कि विश्वविद्यालय लगातार बेहतर करने की कोशिश में है। हालांकि, मैन पावर की कमी है. उन चीजों को सुधारा जा रहा है।मास्टर डिग्री के लिए भी कई नए कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें नामांकन का दौर जारी है।
अपने तरीके से नामांकन लिए जा रहे हैं। वहीं, विभिन्न कोर्स में नामांकन को लेकर झारखंड संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से ली गई है। जो कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष ऑनलाइन आयोजित की गई थी। झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले 72 व्यवसायी और टेक्निकल कोर्स में नामांकन ले लिया गया है।
पिछले वर्ष ऑफलाइन नामांकन के दौरान छात्रों को कई परेशानियां हुईं थीं। विद्यार्थियों के नाम और जन्मतिथि में त्रुटि के कारण करीब 1,200 विद्यार्थियों का नामांकन रद्द हो गया था। लेकिन, इस वर्ष इस त्रुटि को सुधारने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है।
ऑनलाइन नामांकन में परेशानी होने पर विद्यार्थियों को रिमाइंडर भेजा जा रहा है। और सुधार करने के बाद नामांकन लिया गया है। नामांकन में कोई परेशानी नहीं हुई है। परामर्श के लिए परिषद में अलग काउंटर की व्यवस्था की गई है।