
‘भारत जोड़ो यात्रा मेरी सियासी पारी का आखिरी पड़ाव…’ क्या सोनिया ने दिया रिटायरमेंट का संकेत
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का अधिवेशन चल रहा है। आज के अधिवेशन को पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सक्रिय राजनीति से रिटायरमेंट के भी संकेत दे दिए। दरअसल, सोनिया गांधी ने कहा कि उनके लिए यह सबसे ज्यादा सुखद है कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ उनकी पारी का अंत हो रहा है। पारी के अंत वाले बयान को लेकर अब राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गई है।
सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या सोनिया गांधी ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है? हालांकि, इसको लेकर कांग्रेस के कोई भी नेता खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन सोनिया गांधी के इस बयान ने कई सवाल सभी के सामने छोड़ दिए हैं।
सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि क्या सोनिया गांधी सच में राजनीति से संयास ले रही हैं? इसको लेकर दावा इसलिए भी किया जा रहा है क्योंकि बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते सोनिया गांधी यह फैसला कर सकती है। लेकिन सवाल यह भी है कि अगर सोनिया गांधी राजनीति से संन्यास लेती हैं
तो रायबरेली से चुनाव कौन लड़ेगा? क्या प्रियंका गांधी जाएंगी? साथ ही साथ यह भी है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार बैकशीट पर ही रहेगा? इसके साथ ही सोनिया गांधी के सन्यास किसानों के बीच यह भी तय हो गया कि कागजों पर अब मल्लिकार्जुन खड़गे ही पार्टी के अध्यक्ष रहेंगे। साथ ही साथ पार्टी में सोनिया गांधी की सक्रियता कम होगी और राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी पीछे से मोर्चा संभाले रखेंगे।
अगर सोनिया गांधी ने राजनीति से संन्यास के संकेत दिए हैं तो राहुल और प्रियंका की जिम्मेदारी बढ़ सकती है। पार्टी भी अब इनके छवि को लेकर थोड़ा सतर्क रहेगी। हालांकि, इस सवाल को लेकर कांग्रेस नेताओं से जवाब मांगा गया।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने भाषण में जो कुछ भी कहा है वह आपके सामने है। कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने कहा, सोनिया जी की टिप्पणी का मतलब अध्यक्ष पद की पारी के पूरा होने से था, राजनीति की पारी के पूरा होने से नहीं था। कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि सोनिया गांधी की टिप्पणी को राजनीति से सन्यास के रूप में नहीं लेना चाहिए।