
अडानी ग्रुप 5 साल में अहमदाबाद एयरपोर्ट में करेगा ₹10,000 करोड़ रुपये का निवेश
अडानी ग्रुप जहां नए बिजनेस में बढ़ चढ़कर पैसा लगा रहा है। तो वही पुराने बिजनेस को भी विस्तार देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपार्ट के अनुसार अडानी ग्रुप 2023 से 2027 के बीच अहमदाबाद एयरपोर्ट को और विकसति करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। ग्रुप अहमदाबाद एयरपोर्ट के पैसेंजर हैंडलिंग को 3 गुना बढ़ाना चाहती है। बता दें, इस पूरे मसले पर अभी कोई आधिकारिक जानकारी अडानी समूह की तरफ से नहीं दी गई है।
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले सप्ताह इंवेस्टर्स को दिए प्रेजेंटेशन में अडानी समूह एक्जक्यूटिव ने कहा अहमदाबाद एयरोपोर्ट को रिजनल हब बनाया जाएगा। यहां से भुज, कांडला, जामनगर और भावनगर को कनेक्ट करने की योजना है। समूह का मानना है कि इससे एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 9 मिलियन से 28 मिलियन पैसेंजर्स तक बढ़ सकती है। बता दें, नवंबर 2020 से अहमदाबाद एयरपोर्ट का कंट्रोल अडानी समूह के पास है।
अहमदाबाद बहुत तेजी के साथ ग्रोथ कर रहा है। इंडस्ट्रीयल और टूरिज्म सेक्टर में तेजी के साथ ग्रोथ हाल के वर्षों में देखने को मिली है। कंपनी मानना है कि होटल रूम की बुकिंग में सालाना 8.59 प्रतिशत की तेजी देखी गई है। समूह 2025 तक एयरपोर्ट का कॉमर्शियल एरिया 2000 स्कवायर फीट से 9000 स्कवायर फीट तक बढ़ा सकता है। समूह एयरपोर्ट पर ज्यादा आउटलेट खोलने की योजना पर भी काम कर रहा है।
अडानी समूह के पास लखनऊ, जयपुर, तिरुअनंतपुरम, अहमदाबाद, मंगलुरू, अहमदाबाद और गुवाहाटी एयरपोर्ट के संचालन की जिम्मेदारी है। समूह ने 2019 में सरकार के द्वारा की गई बोलियों के बाद इन एयरपोर्ट्स पर नियंत्रण हासिल किया था।
बता दें, पिछले कुछ सालों के दौरान अडानी समूह ने एविएशन सेक्टर में खूब तेजी के साथ निवेश किया है। समूह ने मंगलवार को 400 करोड़ रुपये में एयर वर्क्स का अधिग्रहण किया था। यह भारत की दूसरी सबसे पुरानी कंपनी है जो एयरक्राफ्ट का मेंटेनेंस करती है। यहां, एयरलाइन, बिजनेस जेट और डिफेंस एयरक्राफ्ट का मेंटेनेंस किया जाएगा।