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दिग्गज अभिनेत्री अंजना भौमिक का निधन, सिने जगत में छाया मातम, सीएम ममता ने जताया शोक
कोलकाता। बांग्ला फिल्मों की जानीमानी अभिनेत्री अंजना भौमिक का शनिवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष की थीं। उनके परिवार में उनकी दो पुत्रियां और दामाद हैं। अभिनेत्री को सांस संबंधी परेशानी के कारण शुक्रवार को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका निधन हो गया।
भौमिक का जन्म कूच बिहार (उत्तरी बंगाल) में हुआ था। उनका असली नाम आरती भौमिक था और उपनाम बबली था। उनका फिल्मी करियर 1968 में ‘अनुस्तुप चंदा’ फिल्म से शुरू हुआ था। जिसके बाद, उन्होंने लगभग ढाई दशक तक करीब 16 बांग्ला फिल्मों में मुख्य भूमिका में काम किया।
उनकी फिल्मों में से कई उत्तम कुमार के साथ थीं, और 1987 की ‘ निशिभर’ उनकी आखिरी फिल्म थी। कोखोनो मेघ, (1968), चौरंगी (1968), नायिका संगबाद (1967), थाना थेके अस्ची ( 1965), रौद्र छाया और राजद्रोही बॉक्स ऑफिस पर हिट फिल्मों में से कुछ थीं। उन्होंने और उत्तम कुमार ने चौरंगी, “कोखोनो मेघ”, “नायिका संगबाद”, “रौद्र छाया” और “राज द्रोही” जैसी प्रमुख हिट फ़िल्में दीं।
ममता बनर्जी ने जताया शोक
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को गुजरे जमाने की अभिनेत्री अंजना भौमिक के निधन पर शनिवार को शोक व्यक्त किया। ममता सुश्री बनर्जी ने एक शोक संदेश में कहा कि अभिनेत्री अंजना ने बांग्ला फिल्मों में तीन दशकों तक अपने अभिनय की छाप छोड़ी है जो फिल्म प्रेमियों के लिए अविस्मरणीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निशिबासर, प्रथम बसंतो, महाश्वेता, नायिका सनबाद और थाना थेके अस्ची जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाएं आज भी फिल्म जगत में याद की जाती हैं। राज्य सरकार ने वर्ष 2012 में अभिनेत्री को “विशेष पुरस्कार” से सम्मानित किया था। सुश्री बनर्जी ने कहा कि उनके निधन से बांग्ला फिल्मों को अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।