विविध
फर्जी ब्लड बैंक चलाने वालों पर होगी सख्त कार्यवाही : सिद्धार्थ नाथ सिंह
यूपी के 18 मण्डलीय जिलों को मिली ब्लड कलेक्शन व ट्रान्सपोर्टेशन वैन
लखनऊ। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि यूपी सरकार पूरी प्रतिबद्धता से रक्त की कमी से होने वाली बीमारियों और जनहानि को कम करने के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश स्तर पर हर जिला अस्पताल में रक्तदाताओं की एक डायरेक्ट्री उपलब्ध करायी गयी है जिसमें रक्तदाता का नाम, मोबाइल नम्बर, पता और ब्लड ग्रुप अंकित है। मरीज की आवश्यकतानुसार डायरेक्ट्री देखकर रक्तदाता से सम्पर्क किया जा सकेगा। वह शुक्रवार को इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह में बोल रहे थे। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री श्री सिंह ने राज्य मंत्री चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. महेन्द्र सिंह तथा राज्य मंत्री परिवार कल्याण स्वाती सिंह के साथ ‘18 ब्लड कलेक्शन एवं ट्रांसपोर्टेशन वैन’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये वैन प्रदेश के मण्डलीय जनपदों हेतु रवाना की गई हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने समारोह में एक ब्लड मोबाइल ऐप का भी शुभारम्भ किया जिसे आगामी तीन दिनों में मोबाइल में डाउनलोड कर रक्तदाता की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में चिकित्सा के लिए जितने खून की जरूरत है उसका लगभग 50 प्रतिशत ही रक्तदाताओं से उपलब्ध हो पाता है। रक्त को कम्पोनेंट्स में बांटकर एक रक्तदाता से चार मरीजों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसे में ‘ब्लड कलेक्शन एवं ट्रांसपोर्टेशन वैन’ के माध्यम से ग्रामीण एवं दूर-दराज के क्षेत्रों के निवासियों को भी रक्तदान में सम्मिलित किया जाना सम्भव हो जायेगा और रक्त की उपलब्धता को बेहतर किया जा सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने फर्जी ब्लड बैंकां के अवैध कारोबार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार प्रदेश में रक्तजनित बीमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए बड़े स्तर पर रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए गम्भीर है, ऐसे में फर्जी ब्लड बैंक चलाने की किसी भी घटना के प्रकाश में आने पर दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।
समारोह में राज्य मंत्री डा. महेन्द्र सिंह ने कहा कि रक्तदान धर्म-जाति, ऊँच-नीच जैसी सामाजिक विद्रूपताओं से परे है। उन्होंने ं मरीजों के लिए रक्त की उपलब्धता न होने पर चिंता व्यक्त की और कहा कि वैन की सहायता से अब सुदूर क्षेत्रों तक रक्तदान शिविर का आयोजन सम्भव हो जायेगा ऐसे में डोनर की संख्या में वृद्धि से यह कमी भी बड़े स्तर पर पूरी की जा सकेगी। राज्य मंत्री परिवार कल्याण श्रीमती स्वाती सिंह ने ‘‘वी.सी.टी.वैन’’ के शुभारम्भ पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में गर्भवती महिलाओं के एनेमिक होने तथा प्रसव के समय रक्त की आवश्यकता के केस बड़ी संख्या में आते हैं, कई बार रक्त की उपलब्धता न होने से जीवन का प्रश्न भी सामने आ जाता है। वैन की उपलब्धता से रक्तदान के प्रति जागरूकता का प्रसार भी होगा और प्रदेश में रक्त की उपलब्धता का प्रतिशत भी बढ़ेगा।
उन्होंने समारोह में आये थैलीसिमिया पीड़ित बच्चों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए रक्तदान करने की भावुक अपील की। समारोह में थैलेसीमिया ग्रसित बच्चों को पहचान पत्र प्रदान किया गया। पहचान-पत्र बन जाने से इन बच्चों को निःशुल्क, बिना प्रतिस्थानी के किसी भी राजकीय रक्तकोष से रक्त प्राप्त हो जायेगा। इस अवसर पर 10 रक्तदाता/स्वैच्छिक संस्थाएं जो रक्तकोष के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं तथा रक्तदाता दिवस पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
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