UP में चुनावी राजनीति की असल शुरूआत होंगे स्थानीय निकाय चुनाव: Aap
लखनऊ। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (Aap) ने उत्तर प्रदेश के आगामी स्थानीय निकाय चुनाव को सूबे में अपनी चुनावी राजनीति की असल शुरूआत करार देते हुए कहा है कि वह अपने जनाधार की बुनियाद को मजबूत करने वाले इस चुनाव में स्थानीय निकायों में व्याप्त भ्रष्टाचार को अपना सबसे बड़ा मुद्दा बनाएगी। ‘आप’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने विशेष बातचीत में कहा कि ‘‘नगर निकाय चुनाव उत्तर प्रदेश में हमारी चुनावी राजनीति की शुरूआत होंगे। हम वर्ष 2014 में हुआ पिछला लोकसभा चुनाव जरूर लड़े थे लेकिन उस वक्त हमारे पास ना तो ज्यादा समय था और ना ही संसाधन।
पूरे देश में हम 430 सीटों पर चुनाव लड़े लेकिन हमें अच्छे परिणाम नहीं मिले।’’ उन्होंने कहा ‘‘प्रदेश के नगर निकायों के चुनाव में हम दिल्ली में किये गये कार्यों को जनता के सामने रखेंगे। दिल्ली में हमने जो काम किया है, वह शहरी माडल है। हमने वहां शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी की उपलब्धता के क्षेत्र में जो अच्छा काम किया है। उसको अगर हम घर-घर तक पहुंचाएंगे, तो हमारा मानना है कि हमें उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनावों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। यहां से हमारी जमीन और संगठन दोनों को ही मजबूती मिलेगी।’’ मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव पिछली जून-जुलाई में होने थे, लेकिन उन्हें किन्हीं कारणों से टाल दिया गया था। माना जा रहा है कि अब ये चुनाव नवम्बर में हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश और दिल्ली की स्थितियों में अंतर के बारे में पूछे गये सवाल पर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश को जाति और धर्म के जाल में फंसा दिया गया है। प्रदेश की जनता जब तक इससे नहीं उबरेगी, तब तक ना यहां शिक्षा पर ना बिजली पर और ना ही चिकित्सा पर बात होगी। बाकी राजनीतिक दलों को इन मुद्दों से मतलब ही नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में नगर निकाय पूरी तरह से भ्रष्टाचार का गढ़ बन गये हैं। गृह कर, जल कर, सड़क और नाली के निर्माण में तथा सफाईकर्मियों की भर्ती में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है। आज जिस भी नगर पालिका या नगर निगम को देखें तो कागज पर हर वार्ड में सफाई कर्मचारी मिल जाएंगे। उनके नाम पर नियमित रूप से धन आहरित किया जा रहा है, लेकिन मौके पर कोई सफाईकर्मी नहीं आता।
सफाई के नाम पर मशीनें खरीदने की बात कही गयी है, लेकिन उनका कुछ अता-पता नहीं है। इस प्रकार से भ्रष्टाचार का एक लम्बा सिलसिला है। सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश के ज्यादातर नगर निगमों तथा नगर पालिकाओं पर भाजपा का कब्जा है। गृह कर और जल कर की वसूली इन निकायों के भ्रष्टाचार का बड़ा जरिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने जगह-जगह नगर निगमों में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया है। ‘आप’ पार्टी आगामी चुनाव में इसे सबसे बड़ा मुद्दा बनाएगी। उत्तर प्रदेश में भी भ्रष्टाचार को लेकर ‘जीरो टालरेंस’ की नीति अपनायी जाएगी। सिंह ने कहा कि ‘आप’ ने शिक्षा, स्वास्थ्य और पानी के क्षेत्र में दिल्ली में बहुत काम किया है। हम उत्तर प्रदेश में दिल्ली के माडल के हिसाब से शिक्षा और स्वास्थ्य की सेवाएं नगर निगम के स्कूलों और अस्पतालों में देंगे।
गृह कर और जल कर की ईमानदारी से वसूली करेंगे और उसकी दरों को आधा किया जाएगा। पानी की सेवाएं घर-घर 24 घंटे न्यूनतम दामों पर उपलब्ध करायी जाएगी और दिल्ली की तर्ज पर एक निश्चित सीमा तक मुफ्त पानी मुहैया कराया जाएगा। हमने प्रदेश के लगभग सभी नगर निगमों और नगर पालिकाओं में 50 प्रतिशत से ज्यादा वार्ड स्तरीय इकाइयों का गठन कर लिया है। आगामी 27 सितम्बर को नगर निकायों में दिये जाने वाले 50 प्रतिशत आरक्षण सम्बन्धी सूची आने के बाद हम 15 दिन के अंदर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देंगे। उम्मीदवारों के एलान का अधिकार जिला और जोन समितियों को दिया जाएगा।