गृह मंत्री ने शुरू किया ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान,
नई दिल्ली। स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता को बढ़ावा देने और देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने का विशेष अभियान ‘‘स्वच्छता ही सेवा’’ का आज केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यहां शुभारंभ किया। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस अभियान की शुरूआत अपने पैतृक नगर कानपुर में आज करेंगे। आज से शुरू हो रहा यह अभियान गांधी जयंती, दो अक्तूबर तक चलेगा जिसमें सभी केन्द्रीय मंत्री और मंत्रालयों सहित अतिविशिष्ट और विशिष्ट लोग अपने-अपने स्तर पर श्रमदान करेंगे और योगदान देंगे।
पत्र सूचना कार्यालय में गृहमंत्रालय के मीडिया एवं संचार महाप्रबंधक कुलदीप धातवालिया ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से शुरू किये गए अभियान ‘‘स्वच्छता ही सेवा’’ है के लांच पर आज कई ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा की। धातवालिया ने टि्वटर पर लिखा है, ‘‘गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से आयोजित सफाई अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा’ का शुभारंभ किया।
उन्होंने लिखा है, ‘‘राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार को विश्वास है कि वह अक्तूबर 2019 तक भारत को खुले में शौच से मुक्त बनाने की प्रधानमंत्री की सोच को मूर्त रूप दे देगी।’’ ट्वीट के अनुसार, ‘‘राजनाथ ने कहा कि ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान हमारे बच्चों के लिए पोषण और उत्पादकता दोनों को बढ़ाने में मदद करेगा।’’ धातवालिया ने टि्वटर पर लिखा है, ‘‘गृहमंत्री ने कहा कि घरों में शौचालय सुविधा उपलब्ध करवाना महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सुनिश्चित करता है।
उन्होंने लिखा है, ‘‘राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वच्छता के लिए सरकार 76 मंत्रालयों के माध्यम से 12,000 करोड़ रुपये की लागत वाली कार्य योजना को लागू कर रही है।’’ महाप्रबंधक ने लिखा है, ‘‘राजनाथ सिंह के अनुसार, कचरे से धन प्राप्ति के लिए प्रौद्योगिकी का प्रयोग सरकार की प्राथमिकता है।’’ गौरतलब है कि केन्द्र की ओर से ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान का आज शुभारंभ किया जा रहा है जिसके तहत मुख्य फोकस देश को खुले में शौच की समस्या से मुक्त बनाना है।
इस अभियान के तहत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश में अपने गृहनगर कानपुर जाएंगे और इस अभियान का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगस्त महीने में अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में जनता से ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान से जुड़ने का अनुरोध किया था। आज से शुरू हुआ यह कार्यक्रम दो अक्तूबर गांधी जयंती तक चलेगा। इस दौरान केन्द्र के सभी मंत्रियों, अतिविशिष्ट और विशिष्ट लोगों से भी इस कार्यक्रम में अपना-अपना योगदान देने का अनुरोध किया गया है।