मुख्यमंत्री ने विधान सभा में राज्यपाल द्वारा समवेत सदन में दिए गए अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में विचार व्यक्त किए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या में भारत के राष्ट्र मन्दिर की पुनप्र्रतिष्ठा तथा देश के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य सम्पन्न हुआ है। भारत की लोक आस्था का सम्मान हुआ। भारत का जनविश्वास सुदृढ़ हुआ है। लोकतांत्रिक व्यवस्था पर लोगों का विश्वास मजबूत हुआ है। भारत की सनातन आस्था गौरवान्वित हुई है।
यह अपने उन सभी पूर्वजों के प्रति तर्पण, अर्पण का एक अवसर था, जिन्होंने स्वयं को इस पूरे आन्दोलन के प्रति होम किया था। 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या ऐसी लग रही थी, जैसा तुलसीदास जी ने कहा है कि ‘अवधपुरी प्रभु आवत जानी, भई सकल सोभा कै खानी।’ अर्थात अवधपुरी पूरी तरह शोभायमान थी।
मुख्यमंत्री आज विधान सभा में राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा राज्य विधान मण्डल के समवेत सदन में दिए गए अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करते हुए अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पक्ष और विपक्ष के 100 से अधिक सदस्यों ने इस पूरी चर्चा में भाग लिया। उन्होंने राज्यपाल जी द्वारा प्रस्तुत अभिभाषण के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया तथा चर्चा में भाग लेने वाले सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल जी ने अपने भाषण में कहा था कि हम राम राज्य की अवधारणा को आज साकार होते हुए देख रहे हैं। यह देश राम राज्य की अवधारणा को ही स्वीकार करेगा। राम राज्य, आर्थिक संपन्नता, विकास उन्मुख समाज तथा राजनीतिक अखण्डता का निर्माण ही हम सभी का उद्देश्य होना चाहिए। हमें अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति भी होनी चाहिए। हमें याद रखना होगा कि अतीत की नींव पर हम एक सुदृढ़ भवन का निर्माण कर ही आगे बढ़ सकते हैं।