लखनऊ। पिछले दिनों महानगर पुलिस ने मेरठ के दो सिपाहियों सहित 15 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दोनों मेरठ के आरोपी सिपाहियों पर एक युवक को लखनऊ पीएसी की बैरक में बंधक बना कर मारपीट करने व बाल काटने का आरोप था। यह दोनों सिपाही लखनऊ में आयोजित खेल प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आए थे।
घटना के दौरान गेट पर ड्यूटी दे रहे तीन पीएसी के जवानों को लापरवाही के मामले में निलंबित कर दिया गया है। यह तीनों सिपाही घटना के दौरान अलग अलग गेट पर ड्यूटी दे रहे थे। मारपीट करने वाले सिपाहियों की गेट पर एंट्री न होने के चलते विभाग ने यह कार्रवाई की है।
बैरक में मिली दवाएं व इंजेक्शन
दूसरी ओर घटना के बाद पड़ताल के दौरान की गई तलाशी में पीएसी बैरक जहां खिलाड़ियों ठहराया गया था के पास बड़ी संख्या में शक्ति वर्धक दवाएं व इंजेक्शन मिले है। बैरक के पास से जो दवाएं व इंजेक्शन मिले है उनका प्रयोग खेल के दौरान बेहत प्रदर्शन के लिए किया जाता है।
बैरक के पास से बराद हुए इंजेक्शन के बाद विभाग ने जांच शुरू कर दी है। जांच शुरू होने के बाद पूरी खेल प्रतियोगिता सवालों के घेरे में हैं। अधिकारियों का कहना है कि बैरक के पास दवाएं व इंजेक्शन कैसे पुहंचे इसको लेकर कोच से लेकर व्यवस्थापक व खिलाड़ियों के बयान दर्ज कराए जाएंगे।
इन पीएससी जवानों पर हुई कार्रवाई
13 अप्रैल की रात जिस दिन सिपाहियों ने युवक के साथ मारपीट की अभिषेक यादव की गेट नंबर 2 पर रात 12 से 3 बजे तक ड्यूटी सगाई गई थी। शुभम की गेट नंबर तीन व कार्तिकेय की गेट नंबर चार रात 10 से 2 बजे तक ड्यूटी लगाई थी।
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