
नैक मूल्यांकन में बतायी गई कमियों को दूर करके आगे के लक्ष्य निर्धारित करें
प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन में नैक मूल्यांकन में उच्चतम ‘ए प्लस प्लस‘ ग्रेड प्राप्त चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ की नैक टीम को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि नैक मूल्यांकन हेतु की गई तैयारियों ने विश्वविद्यालय में एक सकारात्मक और उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण बनाया है, रचनात्मकता को बढ़ावा मिला है।
इसे निरंतरता से आगे बढ़ाने के लिए मूल्यांकन हेतु आयी नैक की पियर टीम ने जो भी कमियाँ बताई हैं, उन्हें दूर करके आगे का लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय आगे नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क और क्यू0एस0 वर्ल्ड रैंकिंग के मूल्यांकन मानको पर तैयारी करके अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करे।
इसी क्रम में राज्यपाल ने छत्रपति शाहू जी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय, कानपुर में गत दो दिन चले शिक्षा मंथन-2023 की चर्चा करते हुए कार्यशाला से प्राप्त अनुभवों का उपयोग करने को कहा।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को शोध और नवाचारों में भी व्यापक दृष्टिकोण अपनाने को कहा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतरता से अध्ययन करे कि देश में किन क्षेत्रों में वृहद योजनाएं क्रियान्वित हैं।
बैठक में राज्यपाल से टीम के प्रत्येक सदस्य ने नैक मूल्यांकन की तैयारी से जुड़े कार्यगत और व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किए। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने बताया कि राज्यपाल के निर्देश में के0जी0 टू पी0एच0डी0 की नीति पर शैक्षिक उत्थान का कार्य हुआ।
टीम वर्क से ये उपलब्धिपरक सफलता प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ विद्यार्थियों के शत्-प्रतिशत् योगदान से उत्कृष्टता का स्तर प्राप्त करना सम्भव हुआ है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा श्री पंकज जॉनी, विश्वविद्यालय की नैक टीम के सभी सदस्य तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।



