
औषधीय खेती की बारीकियां सिखा रहे वैज्ञानिक
सगंध पौधों की खेती कर रहे किसानों को कटाई के बाद मिलने वाले उत्पाद से उद्यमिता विकास के गुर बताने की पहल सीएसआईआर-सीमैप में सोमवार से शुरू हुई है। इससे पहले भी इस तरह का प्रशिक्षण कार्यक्रम यहां हो चुके हैं।
पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मराठवाड़ा से लगभग 37 किसान औषधीय और सगंधीय फसलों की खेती की तकनीक सीखेंगे। साथ ही गुलाबजल, अगरबत्ती, धूप, केचुआ खाद आदि उद्योग-पूरक तकनीकी का प्रशिक्षण सीमैप के वैज्ञानिकों से प्राप्त करेंगे।
सीएसआईआर-सीमैप के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने प्रतिभागी किसानों से समूह बनाकर खेती करने का आहवाहन किया। वहीं वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार ने एरोमा मिशन की गतिविधियों की जानकारी दी है।
प्रशिक्षण समन्वयक और वैज्ञानिक सीमैप डॉ. ऋषिकेश एन भिसे ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में होने वाली तकनीकी सत्रों के बारे में जानकारी दी।