Ryan Murder मामले में आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट
Ryan Murder में निर्मम हत्या की बात सामने आई है।
इस रिपोर्ट को देखकर डाक्टरों का दिल भी दहल गया।
डॉ. माथुर भी प्रद्युम्न की इस हत्या से हैरत में हैं।
आखिर क्या है Ryan Murder का पूरा सच।
डॉ. माथुर ने बताया कि बच्चे को बेहरमी से मारा गया।
उन्होंने बताया कि हत्यारों ने इस हत्या को अंजाम देने के लिए तीन से चार मिनट लगाया।
रिपोर्ट बताती है कि बच्चे का मर्डर एक धारदार हथियार से की गईl
और यही उसकी मौत की वजह भी बनी।
क्या है पोस्टमार्टम रिपोर्ट
हत्यारों ने प्रद्युम्न पर जोरदार दो वार किया।
पहला वार काफी खतरनाक था।
इसने गर्दन पर गंभीर चोट पहुंचाई।
इस प्रहार से शरीर पर एक 18 सेमी लंबा और 2 सेमी चौड़ा घाव हो गया।
हत्यारों ने दूसरा प्रहार उस घाव के नीचे किया।
-
दूसरा घाव ठीक 2 सेमी नीचे किया गया, जो 12 सेमी लंबा और 2 सेमी गहरा था।
-
दोनों घावों से शरीर से इतना रक्त प्रवाहित हुआ कि मासूम ने तड़प तड़क कर दम तोड़ दिया।
-
बच्चे को बेहरमी से मारा गया।
-
उन्होंने बताया कि इस मर्डर को तीन से चार मिनट के अंदर अंजाम दिया गया।
-
रिपोर्ट बताती है कि बच्चे का मर्डर एक धारदार हथियार से किया गया।
-
यही उसकी मौत की वजह भी बनी।
-
मां का शक सही निकला
प्रद्युम्न की हत्या मामले में आखिरकार मां ज्योति ठाकुर का शक सही निकला।
स्कूल प्रबंधन और पुलिस के तमाम दावों के बीच प्रद्युम्न की मां लगातार इस बात पर अडिंग रहीl
कि मेरे बाबू को अशोक ने नहीं मारा है।
Ryan Murder के पीछे जरूर कोई बड़ी चाल है।
एसआइटी की रिपोर्ट आने के बाद स्कूल प्रबंधन के दावों की पोल खुल चुकी है।
जांच में यह तो तय हो गया है कि हत्या के पीछे एक बड़ा राज छिपा है।
बच्चे के पिता वरुण ठाकुर पहले से ही यह कह रहे हैंl
कि उनके बच्चे की हत्या योजना बनाकर की गई।
बच्चे को बाथरूम में ले जाया गया था।
वहां पर हत्यारोपी बस हेल्पर अशोक के अलावा और भी कोई था।
एक लड़की ने वरुण को यह बताया भी है कि बाथरूम में अशोक के अलावा भी कोई था।
यह कौन था यह पुलिस पता नहीं लगा पाई है।
तीन दिन की पुलिस रिमांड में भी यह बात सामने नहीं आई कि मासूम की हत्या में और कौन था।
छात्र की मां ज्योति ठाकुर ने मंगलवार को भी यही कहा कि उसके बेटे की दो आंख उसकी दुश्मन बन गई।
रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात यह है कि उसमें दावा किया गया है जघन्य हत्या के मामले में किसी एक अन्य शख्स की भी भूमिका संभावित हैl
इस केस में सबसे अहम बात यह है कि उन अध्यापिकाओं से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है।
जिन्होंने प्रघुम्न के मर्डर के बाद फर्श से खून को साफ कराया एवं धुलाई कराई।
ऐसा करने के लिए उनको किसने कहा? बच्चों की कोर्ट में गवाही भी साजिश की एक कड़ीभर है।
उस समय उपस्थित सभी अध्यापिकाओं से कड़ी पूछताछ की जाये तो निश्चित तौर पर खुलासा संभव है।
जबकि अभीतक इस ओर ध्यान ही नहीं दिया गया है।
रेयान स्कूल को सरकार ने मात्र तीन माह के लिए अपने नियंत्रण में ले लिया।
इससे क्या फायदा मिलेगा।
कहीं कोई साजिश तो नहीं है। इससे कहीं रेयान प्रबन्धन को लाभ देने की मंशा तो नहीं।
जो इस वारदात को अंजाम देने के बाद शौचालय की टूटी खिड़की के रास्ते से भाग गया।
रिपोर्ट में साफ है कि स्कूल प्रबंधन ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की।
ऐसे में शक की सुई स्कूल प्रबंधन पर जाना लाजमी है।
सोमवार से खुल सकता स्कूलl
गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह का कहना है कि प्रबंधन की पूरी कोशिश है कि सोमवार से स्कूल दोबारा खुल जाएगा।
वहीं, अगले तीन महीने के लिए चार्ज भी संभाल लिया जाएगा।
बता दें कि शुक्रवार को सरकार ने रेयान स्कूल का प्रबंधन तीन महीने के लिए अपने हाथ में ले लिया है।
सिंह ने यह भी बताया कि सेफ्टी गाइडलाइंस के पालन को लेकर स्कूलों की मीटिंग बुलाई गई है।
यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जाएगी कि ऐसी घटनाएं अब दोबारा न हों।