लोहिया संस्थान: गार्डों की मात्र दस हजार वेतन वो भी समय से नहीं मिलती
अप्रैल महीने की 20 तारीख हो चुकी, लेकिन डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में तैनात करीब 200 गार्डों को अभी तक वेतन नहीं मिला है। मात्र दस हजार की नौकरी करने वाले इन गार्डों को समय से वेतन न मिलने से दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है।
संस्थान में तैनात गार्डों का कहना है कि हमारी वेतन बहुत कम है ऐसे में समय से वेतत न मिलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अप्रेल महीने की 20 तारीख आ गई है ऐसे में वेतन न मिलन से घर चलाना मुश्किल हो रहा है।
इससे पहले भी वेतन मिलने में हुई है देरी
दरअसल, यह पहला मौका नहीं है जब गार्डो को वेतन मिलने में देर हुई है। मानव संसाधन की आपूर्ति करने वाली एजेंसी की तरफ से बताया गया है कि संस्थान की तरफ से उन्हें पेमेंट नहीं मिल पाया है।
जिसके चलते गार्डों को अभी तक वेतन नहीं दिया गया। शनिवार यानी कि आज शाम या फिर सोमवार सुबह तक गार्डो को वेतन दे दिया जाएगा।
क्या कहती है एजेंसी
एजेंसी की तरफ से बताया गया है कि हमारी कोशिश रहती है कि गार्ड को समय पर वेतन दे दिया जाए, लेकिन विलंब सिर्फ एक दशा में होता है जब हमें ही समय पर पेमेंट नहीं मिलेगा तो हम आगे कैसे देंगे। बता दे कि डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में तैनात गार्डों को 10 हजार से भी काम वेतन के तौर पर मिलता है।
लापरवाही के नाम पर काट लिया जाता है वेतन
बताया तो यहां तक जा रहा है कि अल्प वेतन पाने वाले इन गार्डों में से कई गार्डों का वेतन भी पहले काटा जा चुका है। वह भी 1500 रुपए के करीब, प्रति गार्ड यह कटौती हो चुकी है।
जिन गार्डों के वेतन से कटौती हुई है। उनकी संख्या 70 के करीब बताई जा रही है। कंपनी का इस मामले में कहना है कि यदि अस्पताल परिसर में बाथरूम की टोटी भी चोरी हो जाए तो इसमें गलती गार्डो की होती है। इसलिए वेतन में कटौती कर ली जाती है