NTPC ने कूड़े से बिजली पैदा करने के लिये कंपनियों को आमंत्रित किया
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की NTPC ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचड़ा से बिजली बनाने के लिये 100 प्रदूषण मुक्त संयंत्र लगाने को लेकर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को आमंत्रित किया है। एक सार्वजनिक नोटिस के अनुसार इस सप्ताह की शुरूआत में कंपनी ने संयंत्र लगाने को लेकर घरेलू के साथ-साथ वैश्विक कंपनियों से रूचि पत्र आमंत्रित किये। कंपनियों को संयंत्र पूरी तरह तैयार करके देनी है।
एनटीपीसी ने इस साल की शुरूआत में बदरपुर में कचड़ा से बिजली बनाने पर काम शुरू किया। कुल 300 करोड़ रुपये की लागत वाले इस संयंत्र में दक्षिण दिल्ली नगर निगम से प्राप्त 400 टन कूड़े के प्रसंस्करण की क्षमता होगी। नोटिस के अनुसार संभावित बोलीदाता को 300 टन और उससे ऊपर की क्षमता के संयंत्र का वाणिज्यिक रूप से परिचालन का अनुभव होना चाहिए।
इसके साथ उसने उस संयंत्र का कम-से-कम दो साल सफल परिचालन किया हो। इन संयंत्रों के तेजी से क्रियान्वयन के लिये एनटीपीसी जमीन उपलब्ध कराएगी और स्थानीय निकायों से कचड़े की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। साथ ही नियामकीय मंजूरी दिलाने और बिजली खरीद समझौते में भी मदद करेगी।
सालाना कम-से-कम 190 करोड़ रुपये के कारोबार वाली कंपनियां इन संयंत्रों के लिये रूचि दिखा सकती हैं। छांटी गयी कंपनियों को संयंत्र लगाने के लिये पैनल में शामिल किया जाएगा। संयंत्रों की स्थापना अलग से निविदा प्रक्रिया के जरिये की जाएगी। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अनुमान के अनुसार शहरों और कस्बों से उत्पन्न ठोस कचड़ों से करीब 500 मेगावाट बिजली पैदा की जा सकती है। इसे बढ़ाकर 2031 तक 1,075 मेगावाट और 2050 तक 2,780 मेगावाट की जा सकती है।