![](https://northindiastatesman.com/wp-content/uploads/2024/02/7.jpg)
मदरसा शिक्षा परिषद के पूर्व रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह निलंबित
मदरसा शिक्षा परिषद के पूर्व रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह को शासन ने निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच का भी आदेश दिया गया है। सोमवार देर शाम को यह कार्रवाई कुशीनगर के हाटा से भाजपा विधायक मोहन वर्मा की शिकायत पर की गई है।
विधायक ने मुख्यमंत्री से दो शिक्षकों के फर्जी अंक पत्र के सत्यापन में गलत रिपोर्ट लगाने का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच पूरी होने पर उनको बर्खास्त भी किया जा सकता है।
कुशीनगर जनपद के मदरसा तेगिया शरीफिया नुरूल उलूम शाहपुर के दो शिक्षक साबिर अली अंसारी एवं जाकिर हुसैन अंसारी ने फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी हासिल की।
दोनों शिक्षकों के अंक पत्र का सत्यापन कराने की मांग मदरसा गौसिया फैजुल उलूम महियरवां, दुदहीं के लिपिक अनवर हुसैन द्वारा की गई। तत्कालीन रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह ने अपने कार्यालय द्वारा जारी पत्र संख्या-916 में जाकिर हुसैन की कामिल वर्ष 2014 व साबिर
अली की आलिम वर्ष 2014 के अंक पत्रों का मिलान मुख्य परीक्षा अभिलेख से कराया जो पूर्णतया असत्य एवं फर्जी पाया गया। इसके बाद भी इन शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
हाटा के विधायक ने मुख्यमंत्री से की शिकायत
इसकी जानकारी होने पर कुशीनगर जनपद के हाटा से भाजपा विधायक मोहन वर्मा ने पिछले वर्ष मई में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। जिसमें पूर्व रजिस्ट्रार व इस मामले से संबंधित सभी तथ्यों की जांच एसआईटी से कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच का आदेश जारी हुआ। शुरूआती जांच में पूर्व रजिस्ट्रार दोषी पाए गए। इस आधार पर तत्काल प्रभाव से उनको निलंबित कर दिया गया।
शासन को भटकाने का किया था प्रयास
दोनों शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेख फर्जी पाये जाने के बाद भी तत्कालीन रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह ने कार्रवाई नहीं की। न ही दोनों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया।