
हरियाणा में दिखा पंजाब किसान आंदोलन का असर-अंबाला में रेलवे ट्रैक पर बैठे संगठनों के सदस्य
भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह व पंजाब के भारतीय किसान यूनियर पेटड़ी के किसान अंबाला सिटी के पास घेल गांव में रेलवे ट्रेन पर बैठ गए हैं। किसानों ने रेल ट्रेक को दोपहर 12 बजे बाधित कर दिया।
जिसके कारण कई ट्रेनें प्रभावित हुईं। हालांकि पंजाब में पहले से ही ट्रेक पर किसान हैं इस कारण से रेल यातायात प्रभावित चल रहा है। अंबाला में किसानों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शन भी केंद्र सरकार के खिलाफ किया जा रहा
किसानों की मांग है कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के किसानों को मुआवजा दिया जाए, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद के साथ उनके कर्ज माफ किए जाएं।
किसानों ने सायं चार बजे तक ट्रेक पर बैठकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। किसान नेताओं का कहना है कि रेल रोको आंदोलन के दूसरे चरण की शुरुआत हरियाणा में हो गई है। सभी मांगें केंद्र सरकार से जुड़ी हुई हैं ऐसे में प्रदर्शन भी केंद्र सरकार के खिलाफ किया जा रहा है।
गौरतलब है कि पंजाब में तीन दिनों के लिए 20 स्थानों पर ट्रेन रोको आंदोलन के दौरान आंदोलन की अगली रणनीति और स्थिति को लेकर उत्तर भारत के 6 राज्यों के 18 संगठनों की तालमेल समिति की केंद्र सरकार से 50 हजार के राहत पैकेज की मांग की है।
किसान नेताओं का कहना है कि हरियाणा और पंजाब के प्रशासन ने हमारी बात केंद्र सरकार में करवाने का वादा किया था, मगर अभी तक बात नहीं कराई है।
अगले चरण में किसानी दशहरा मनाने की घोषणा
भारतीय किसान यूनियन भगत सिंह से तेजवीर सिंह पंजोखरा ने बताया कि अब अगले चरण में किसानी दशहरा 23 और 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। सरकार की कारपोरेट पक्षधर नीतियों का विरोध कर बड़े पैमाने हरियाणा पंजाब में पुतले दहन किया जाएगा।