
गोवा उपचुनाव : वोटों की गिनती कल
पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की चुनावी तकदीर का फैसला कल होगा जब वोटों की गिनती की जाएगी। पर्रिकर इस उपचुनाव में पणजी विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं। पणजी के अलावा, 23 अगस्त को वालपोई सीट पर भी उपचुनाव हुए थे। पर्रिकर भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं और उनका मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार गिरीश चोडांकर और गोवा सुरक्षा मंच के प्रत्याशी आनंद शिरोडकर के साथ है। वालपोई में भाजपा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे कांग्रेस के रॉय नाइक के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
एक वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वोटों की गिनती यहां ‘एंटरटेनमेंट सोसायटी ऑफ गोवा’ के परिसर में की जाएगी। उन्होंने बताया कि मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी और परिणाम तीन घंटे में आने की संभावना है। इनमें डाक से आए वोटों की गिनती पहले की जाएगी। पर्रिकर ने मार्च में रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री पद का भार संभाला था।
जब उन्होंने पदभार संभाला था, तब वह विधायक नहीं थे और इसलिए उन्हें पद पर बने रहने के लिए छह महीने के भीतर सदन में चुनकर आना होगा। उनके पार्टी सहयोगी सिद्धार्थ कुंकोलिएंकर ने पर्रिकर के लिए यह सीट छोड़ दी थी जो फरवरी में विधानसभा चुनावों में पणजी से चुने गए थे। राणे कांग्रेस की टिकट पर वालपोई से निर्वाचित हुए थे। बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ने के साथ ही विधायक के पद से भी इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए जहां उन्हें मंत्री बना दिया गया था। पणजी और वालपोई में क्रमश: 70 प्रतिशत और 79.80 प्रतिशत मतदान हुआ था।
बवाना उपचुनाव : मतगणना होगी कल
दिल्ली में प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुके बवाना विधानसभा उपचुनाव की मतगणनना कल होगी। यह तीन बड़े दलों- सत्तारुढ़ आप, भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों की राजनीतिक तकदीर तय करेगा । तीनों ने अनुसूचित जाति श्रेणी के लिए आरक्षित इस विधानसभा सीट को जीतन का विश्वास प्रकट किया है। चुनाव मैदान में आठ उम्मीदवार हैं लेकिन मुख्य तौर पर आप, भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
दिल्ली में मतदाताओं की दृष्टि से सबसे बड़े इस विधानसभा क्षेत्र में 23 अगस्त को मतदान हुआ था। वैसे वोट प्रतिशत 45 फीसद ही रहा था जबकि 2015 के पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 61.83 फीसद मतदान हुआ था। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आप के पास 65 सीटें हैं जबिक भाजपा के पास चार हैं। कांग्रेस बवाना सीट जीतकर सदन में अपना खाता खोलने की आस लगायी हुई है।
इस साल पहले हुए राजौरी गार्डन उपचुनाव में भाजपा ने आप से यह सीट हथिया ली थी। तब कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी। बवाना उपचुनाव के लिए भाजपा ने वेद प्रकाश को चुनाव मैदान में उतारा है जो आप उम्मीदवार के तौर पर 2015 का विधानसभा चुनाव इस सीट से जीते थे। लेकिन उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और वह भाजपा में शामिल हो गए। आप के उम्मीदवार रामचंद्र हैं और कांग्रेस ने बवाना से तीन बार विधायक रहे सुरेंद्र कुमार पर दांव लगाया है।
इनपुट: भाषा