
ईको पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित होगा कुकरैल वन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में Eco Tourism को बढ़ावा देने के लिए कुकरैल वन में रविवार को वन विभाग ने 150 लोगों को वन क्षेत्र के भ्रमण पर रवाना किया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष डॉ रूपक डे. ने मोबीवॉक के प्रतिभागियों को कुकरैल वन में पाई जाने वाली वनस्पति व वन्य प्राणि प्रजातियों के बारे में जानने के लिए भ्रमण पर रवाना किया। इस दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि कुकरैल वन को ईको पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने के तहत 17 सितम्बर व 24 सितम्बर को कुकरैल में फोटोवॉक आयोजित किया जाएगा।
मुख्य वन संरक्षक प्रचार प्रसार मुकेश कुमार ने बताया कि वन व वन्यजीव विभाग एवं मोबाईलोग्राफर्स फेसबुक ग्रुप द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित मोबीवॉक में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत 150 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। इन प्रतिभागियों में महिलाओं की संख्या बहुत अधिक रही। प्रतिभागियों के 10 समूहों का गठन किया गया। प्रत्येक समूह द्वारा लगभग 20 हेक्टेयर वन क्षेत्र का भ्रमण किया गया। प्रतिभागियों ने कुकरैल वन भ्रमण में वन क्षेत्र में पाई जाने वाली पादप व प्राणि प्रजातियों को पहचानने व अभिलिखित करने के साथ ही मोबाइल से फोटोग्राफ्स लिए।
मुकेश कुमार ने बताया कि प्रतिभागियों के उत्साह को देखते हुए पुरस्कार के रूप में दी जा रही धनराशि में वृद्धि कर मोबीवॉक के विजेताओं का प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के रूप में 3000, 2000 एवं 1000 की धनराशि पुरस्कार के रूप में प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा, लखनउु शहर के अन्दर कुकरैल जैसा वन क्षेत्र होना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां पर अन्र्ताष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त घड़ियाल प्रजनन केन्द्र भी स्थापित है।