
जदयू पर Sharad Yadav के दावे को आयोग ने किया खारिज
नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के चुनाव चिन्ह पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष Sharad Yadav गुट के दावे को खारिज कर दिया है। आयोग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि शरद यादव गुट द्वारा गत 25 अगस्त को पेश दावे में पर्याप्त दस्तावेजों के अभाव को इसे खारिज करने का मुख्य आधार बताया गया है। यादव ने जदयू के अधिकांश पदाधिकारियों के समथर्न का दावा करते हुये पार्टी का चुनाव चिन्ह उनके गुट को देने की आयोग से मांग की थी। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले दूसरे गुट ने सभी विधायकों, विधान पार्षदों और सांसदों सहित अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों के समर्थन का शपथपत्र आयोग के समक्ष पेश करते हुये जदयू के चुनाव चिन्ह पर अपना अधिकार जताया है।
यादव गुट से जुड़े पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण श्रीवास्तव ने आयोग के इस फैसले से अनभिज्ञता जतायी। श्रीवास्तव ने कहा कि आयोग से हमने पार्टी के चुनाव चिन्ह पर दावा करते हुये यह पूछा था कि इसकी पुष्टि के लिये उन्हें क्या दस्तावेज पेश करने होंगे। यादव गुट ने जदयू की राष्ट्रीय परिषद के अधिकांश पदाधिकारियों का समर्थन प्राप्त होने का दावा करते हुए पार्टी के चुनाव चिन्ह पर आयोग के समक्ष अपना दावा पेश किया था। इसके जवाब में जदयू सांसद आरसीपी सिंह और पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने पिछले सप्ताह आयोग के समक्ष पार्टी के 71 विधायकों, दो लोकसभा, 10 में से सात राज्यसभा सदस्यों और 30 विधान पार्षदों सहित अन्य पार्टी पदाधिकारियों के समर्थन का शपथपत्र पेश करते हुये चुनाव चिन्ह नीतीश गुट को आवंटित करने की मांग की थी।