![](https://northindiastatesman.com/wp-content/uploads/2024/03/DSC_4807-1.jpg)
मुख्यमंत्री ने एम्स गोरखपुर में ब्लड सेण्टर एवं डायलिसिस सेण्टर का उद्घाटन किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गोरखपुर में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि हेतु ब्लड सेण्टर एवं डायलिसिस सेण्टर का उद्घाटन किया। उन्होंने ब्लड सेण्टर एवं डायलिसिस सेण्टर की स्थापना के लिए सभी को बधाई देते हुए कहा कि ब्लड सेण्टर स्वास्थ्य संस्थानों की आत्मा कही जाती है।
वर्तमान समय में बिना ब्लड सेण्टर के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था का संचालन अत्यंत चुनौती पूर्ण होता है। आज एम्स, गोरखपुर में ब्लड सेण्टर की व्यवस्था प्रारम्भ हो गयी। यहां लोगों की आवश्यकता की अन्य जरूरी चिकित्सा सुविधाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। डायलिसिस सेण्टर का संचालन हो जाने से पूर्वान्चल के किडनी रोगियों को अब डायलिसिस के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बी0आर0डी0 मेडिकल कालेज में इंसेफ्लाइटिस से पीड़ित मरीजां के उपचार व्यवस्था को नजदीक से देखा था। आज से 20 से 25 वर्ष पहले गोरखपुर में 02 से 03 ब्लड सेण्टर थे। उस समय गोरखपुर में पर्याप्त आई0सी0यू0 नहीं थे। ब्लड सेण्टर की गुणवत्ता अच्छी नहीं थी। वर्ष 2007 में ब्लड सेण्टर की स्थापना गोरखनाथ मंदिर ट्रस्ट के द्वारा की गयी थी।
इसके अलावा, वर्ष 2017 में पहली ब्लड सेपरेटर यूनिट गोरखनाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा संचालित गोरखनाथ अस्पताल में उपलब्ध करायी गयी। गोरखपुर में इस सुविधा से भारत सरकार भी आश्चर्यचकित थी। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के अस्पताल द्वारा ही वर्ष 2014 में गोरखपुर में एबसेस की पहली यूनिट लगाई गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हम तकनीक का उपयोग आज की आवश्यकता के अनुरूप करते हैं, तो बहुत से लोगों की जान बचा सकते हैं। आज एक व्यक्ति के एक यूनिट ब्लड से 04 लोग लाभान्वित हो सकते हैं।