वाराणसी में मोदी-योगी पर गरजे अखिलेश यादव, बोले- ये कौन तय करेगा कौन पांडव, कौन कौरव
वाराणसी: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अपने एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को वाराणसी पहुंचे. यहां एयरपोर्ट पर अखिलेश यादव, सीएम योगी के काशी मथुरा वाले बयान पर जमकर बरसे. कहा कि, यह कौन तय करेगा कि कौन पांडव है और कौन कौरव है. संख्या बल की बात कर लें तो भारतीय जनता पार्टी देश की सबसे बड़ी पार्टी है. ऐसे में पहले कौरव पांडव की भूमिका तय हो जाए.
अखिलेश यादव गुरुवार की दोपहर वाराणसी अपने निजी विमान से एयरपोर्ट पहुंचे. इसके बाद सड़क मार्ग से वह संकट मोचन मंदिर के महान विशंभरनाथ मिश्रा के आवास पर गए, जहां उनकी माता के निधन पर शोक जताया. इसके साथ शोकाकुल परिवार से मुलाकात की. इसके उपरांत वो कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व विधायक पूनम सोनकर के आवास पर जाएंगे और उनके बेटे के शादी समारोह में शामिल होंगे. इसके साथ ही वह राजा तालाब में आयोजित पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल के बेटे के आशीर्वाद समारोह में भी शिरकत करेंगे. इस दौरान वह तमाम जनप्रतिनिधियों संग पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी करेंगे.
दोपहर में एयरपोर्ट पहुंचने पर मीडिया से बातचीत के दौरान सपा सुप्रीमो बीजेपी पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से बीजेपी कौरव और पांडवों की बात कर रही है, पहले उन्हें खुद यह तय कर लेना चाहिए कि आखिर कौन कौरव है और कौन पांडव है. उन्होंने ज्ञानवापी परिसर में व्यास जी के तहखाने पर पूजन के सवाल पर कहा कि हमारे लिए संविधान और कोर्ट सबसे बड़े हैं. हम उसी के आदेश को मानते हैं.
अखिलेश ने भाजपा को बताया बेईमान पार्टी, जयंत पर साधी चुप्पी: इस दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी पर बेईमानी करने का आरोप भी लगाया. जयंत चौधरी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, बीजेपी जानती है कि किस पार्टी के नेता को कब मोबलाइज करना है. कब उसे पार्टी में लेकर के आना है. बीजेपी बेईमानी करना जानती है. उसे पता है कि किसके पास कब ईडी और आईटी को भेजना है. ऐसे में बीजेपी यह भूल चुकी है कि अपराध का ग्राफ किस तरीके से बढ़ रहा है. भ्रष्टाचार किस तरीके से बढ़ रहा है. इसका जवाब बीजेपी के पास नहीं है.
क्या वरुण गांधी इंडिया गठबंधन में शामिल हो रहे हैं: वर्तमान में युवा रोजगार को लेकर के इतना मजबूर हो चुका है कि वह इजराइल में जाकर नौकरी करने को विवश है. आंकड़े देखें तो अब तक एक लाख किसानों ने आत्महत्या कर ली, लेकिन सरकार के पास उसका कोई जवाब नहीं है. वही वरुण गांधी के इंडिया गठबंधन में शामिल होने को लेकर अखिलेश ने बोला कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.