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ई-रिक्शा चालक की मौत के बाद नगर निगम ने खोला मकान का ताला, कहा-कोई कार्रवाई न की जाये
नगर निगम के अधिकारियों ने सोमवार को हैदरगंज स्थित वैरागी टोला में की गई सीलिंग की कार्रवाई से कदम पीछे हटा लिये हैं। कर्मचारियों ने आकर इलाके के घरों पर लगे चस्पा नोटिस को हटा लिया है। साथ ही घरों के तालों पर लगे सील को भी हटा लिया है।
दरअसल, 10 फरवरी को नगर निगम की टीम ने वैरागी टोला के चार घरों पर गृहकर बकाया न जमा करने के चलते नोटिस चस्पा करते हुये मकानों को सील कर दिया था। साथ ही गृहकर न जमा करने पर कार्रवाई की बात भी कही थी। जिसके बाद आरोप है कि मकान सील होने कारण ई-रिक्शा चालक शीतल कश्यप ने आत्महत्या कर ली थी।
स्थानीय लोगों की माने तो घर के अंदर ही ई-रिक्शा भी सील हो गया था। जिससे शीतल के आय का जरिया भी रुक गया था। इतना ही नहीं नगर निगम के अधिकारियों ने मकान सील करते समय शीतल कश्यप के साथ अभद्रता भी की थी। जिसके बाद शीतल ने आत्महत्या कर ली।
ई-रिक्शा चालक के आत्महत्या करने के बाद पीड़ित परिजनों ने नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ लिखित शिकायत की थी। जिसके बाद नगर निगम के अधिकारियों की खूब किरकिरी हो रही थी।
यही वजह है कि नगर निगम की तरफ से चस्पा की गई नोटिस हटा ली गई है। साथ ही लिखित पत्र भी दिया गया है, जिसमें लिखा है कि ताला खोल दिया गया, कोई कार्रवाई न की जाये।