
राज्यपाल ने वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के नैक हेतु प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहां राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के नैक हेतु प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 निर्मला एस0 मौर्य ने बैठक में जानकारी दी कि विश्वविद्यालय तीसरी बार मूल्यांकन के लिए अपनी ‘‘सेल्फ स्टडी रिपोर्ट‘‘ दाखिल करने की तैयारी कर रहा है।
राज्यपाल ने बैठक में विश्वविद्यालय द्वारा नैक मूल्यांकन की तैयारियों, के लिए गठित कमेटी के सदस्यों से सभी सातों मूूल्यांकन क्राइटेरिया पर बिंदुवार जानकारी ली। उनके समक्ष नैक हेतु एक्जीक्यूटिव सारांश का प्रस्तुतिकरण विस्तार से किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 निर्मला एस0 मौर्य ने प्रस्तुतिकरण की शुरूआत पिछली बार नैक मूल्यांकन में विशेषज्ञों द्वारा दी गई सलाह के अनुसार वर्णित कार्यों से राज्यपाल जी को अवगत कराया।
राज्यपाल ने सुझाव दिया कि तकनीकी शिक्षण तथा अन्य विषयों में उच्चतम नैक ग्रेड प्राप्त शिक्षण संस्थानों में लागू विषयों का अवलोकन करके यथेष्ठ विषय अपने विश्वविद्यालय में भी लागू करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की विशेषताएं विशेष फीचर उल्लेख और विवरण आदि को हाईलाइट करें। ज्ञातव्य है कि विश्वविद्यालय द्वारा नैक ग्रेडिंग हेतु दाखिल किए जाने वाली सेल्फ स्टडी रिपोर्ट के तहत ए0क्यू0आर0 तथा 118 ए भरा जा चुका है, जबकि एस0एस0आर0 दाखिल करने हेतु तैयारी की जा रही है।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की नैक टीम से पियर टीम भ्रमण के समय कमेटी सदस्यों द्वारा प्रस्तुतिकरण की तैयारी पर भी चर्चा की। उन्होंने सभी कमेटी हेड को निर्देश दिया कि वे सक्षमता के साथ अपना प्रस्तुतिकरण स्वयं करें। उन्होंने बताया कि पियर टीम विभाग अनुसार अलग-अलग अवलोकन करती है, जिसके दौरान अन्य विभागाध्यक्ष अथवा सदस्य मौजूद नहीं रह सकते हैं। इसलिए प्रत्येक क्राइटेरिया पर विभागानुसार सशक्त और सुदृढ़ तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभागाध्यक्ष अपने विभाग की सम्पूर्ण जानकारी रखें।
श्री राज्यपाल नेे नैक मूल्यांकन हेतु हर बिन्दु पर शत-प्रतिशत् तैयारी करें। विद्यार्थियों के सकारात्मक प्रतिभाग को बढ़ावा देने पर चर्चा करते हुए राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय की विविध गतिविधियों, कार्य संचालन आदि में उनकी प्रतिभागिता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को उच्च नैक ग्रेड प्राप्त होने से होने वाले लाभों के साथ नैक की उपयोगिता बताएं और उनमें नैक ग्रेडिंग के लिए उत्साह बढ़ाएं।
राज्यपाल श्रीमती आंनदीबेन पटेल ने कहा कि नैक मूल्यांकन गुणवत्तापरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है तथा मूल्यांकन के विभिन्न महत्वपूर्ण लाभों से अवगत कराता है। उन्होंने फीडबैक सिस्टम को और सुदृढ़ बनाये जाने के निर्देश के साथ ही विद्यार्थियों हेतु हिन्दी भाषी विषय की पुस्तकों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। श्री राज्यपाल ने पुरा छात्रों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम लेक्चर आदि आयोजित कराये जाने पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को नियमित रूप से मिशन शक्ति, आंगनबाड़ी के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कराने चाहिए और उसे विकेन्द्रीकत व्यवस्था के तहत कार्य करना चाहिए। उन्होंने छात्राओं द्वारा अधिकतर गोल्ड मेडिल अर्जित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
श्री राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की बेस्ट प्रैक्टिसेस पर संतोष व्यक्त करते हुए शिक्षकों और वैज्ञानिकों की उच्च कोटि के शोध-पत्र भी प्रकाशित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विश्वविद्यालय स्तर पर स्थापित बापू बाजार की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय बापू बाजार के तहत महत्वपूर्ण सामाजिक सरोकार के कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं द्वारा प्राप्त फीडबैक के अनुसार विश्वविद्यालय स्तर पर गुणात्मक सुधार किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले एस0एस0आर0 से नए एस0एस0आर0 की रिपोर्ट का तुलनात्मक अध्ययन करने के उपरान्त ही नैक मूल्यांकन हेतु सशक्त तैयारी की जाये तथा विश्वविद्यालय द्वारा किये गये सारे कार्यों का विवरण एवं गणना एस0एस0आर0 में अवश्य रूप से वर्णित की जानी चाहिए। उन्होंने शिक्षकों को ई-रिसोर्स के प्रयोग हेतु विद्यार्थियों को प्रेरित करने पर बल देते हुए कहा कि गूगल क्लास रूम के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराये जाने के साथ ही विद्यार्थियों के ट्रेनिंग, इन्टर्नशिप तथा प्लेसमेंट का विवरण विस्तृत रूप से हाईलाइट किया जाये।
श्री राज्यपाल ने क्षय रोग ग्रस्त मरीजों को गोद लेने के लिए विश्वविद्यालय को प्रेरित करते हुए कहा कि गोद लिए मरीजों की बेहतर देखभाल और इलाज किया जाये और ठीक हुए मरीजों का भी लेखा-जोखा रखा जाए। राज्यपाल जी ने कहा कि नैक के उच्चतम ग्रेड हेतु सशक्त तैयारी के साथ ‘सेल्फ स्टडी रिपोर्ट‘ दाखिल की जाए।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 निर्मला एस0 मौर्य ने राज्यपाल जी को अवगत कराया कि सभी सुधारों के साथ आगामी माह दिसम्बर तक एस0एस0आर0 दाखिल कर दिया जायेगा। आई0क्यू0ए0सी0 समन्वयक प्रो0 मानस पाण्डेय ने विश्वविद्यालय के ‘आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ‘ के विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रकोष्ठ विश्वविद्यालय के साथ ही साथ विभिन्न महाविद्यालयों के नैक मूल्यांकन कराने हेतु प्रेरित करने के साथ ही मूल्यांकन के विभिन्न फायदों की जानकारी से भी अवगत कराता है।
बैठक में प्रमुख सचिव राज्यपाल श्रीमती कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा श्री पंकज जॉनी, विश्वविद्यालय द्वारा नैक तैयारी के लिए गठित टीम के सदस्य तथा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।