सुरेश प्रभु-देश में तीव्र आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करूंगा
सुरेश प्रभु ने वाणिज्य मंत्री बनाए जाने पर अपनी पदावनति होने की बातों को हास्यास्पद करार देते हुए कहा है कि वह इस नयी जिम्मेदारी को देश में तीव्र आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए एक अवसर के तौर पर देखते हैं। मंत्रिपरिषद में फेरबदल होने से पहले सुरेश प्रभु रेल मंत्री थे। उन्होंने कहा कि हर काम समान रूप से महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि कैबिनेट मंत्री के तौर पर यह उनकी नौवीं जिम्मेदारी है।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला में खतौली के पास कलिंग उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के 19 अगस्त को पटरी से उतरने की प्रभु के नैतिक जिम्मेदारी लेने के बाद यह घटनाक्रम हुआ है। इस दुर्घटना में 23 लोग मारे गए हैं। पिछले महीने दो और ट्रेनें पटरी से उतरी थी। सुरेश प्रभु ने कहा, ‘‘सरकार की हर जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है और यह कैबिनेट मंत्री के तौर पर मेरा नौवां पद है।’’
गौरतलब है कि ये कयास लगाए जा रहे थे कि सुरेश प्रभु को कैबिनेट से हटाया जा सकता है लेकिन उन्हें रेल मंत्री के पद से हटा कर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी दे दी गई। प्रभु ने कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं कि प्रधानमंत्री ने मुझसे ‘मेक इन इंडिया,’ ‘स्टार्ट अप इंडिया’ और ‘भारत में कारोबार को आसान बनाने’ में कुछ करने को कहा है- ये सभी सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम हैं जिन्हें लागू किया जाना है और मैं इसे सही दिशा में करने की आशा करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि उन्हें मिले नये मंत्रालय की जिम्मेदारी तीव्र आर्थिक विकास सुनिश्चित करना, रोजगार के और अधिक अवसर पैदा करना और अधिक निवेश लाना तथा और अधिक प्रतिस्पर्धा के लिए निर्यात को बढ़ाना है।
उन्होंने निर्यातोन्मुखी उद्योगों की पहचान एक ऐसे क्षेत्र के रूप में की है जहां काफी संख्या में रोजगार पैदा किए जा सकते हैं। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह के शीघ्र बाद सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सहयोग करने, प्रेम, सद्भावना के लिए रेल परिवार के सभी 13 लाख से अधिक लोगों का धन्यवाद। मैं इन यादों को हमेशा अपने साथ संजोये रखूंगा।’’
उन्होंने मंत्रिपरिषद में शामिल हुए नये सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘‘नयी जिम्मेदारी के लिए #टीम मोदी के सारे सदस्यों को बधाई। अपने देश को बेहतर बनाना हम सभी का एक साझा मिशन है।