लखनऊ-कानपुर रोड पर लगा घंटों जाम, धूप में बेहोश हुई बहने
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी Lucknow जाम का शहर कही जाने लगी है। लोगों में भयंकर जाम और प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर काफी रौष व्याप्त है। Lucknow के इस कोने में लगा है जाम… के क्रम में रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर जब लोगों को शुभ मूहुर्त में भाईयों को बहनों के यहां और बहनों को भाईयों के यहां राखी बंधवाने पहुंचना था, तो भयंकर जाम देखने को मिला। आज के इस जाम में राखी बांधने का शुभ मूहुर्त निकल गया और तमाम भाई और बहन चौराहे पर जाम में फंसे रह गये।
खास बात तो यह है कि लखनऊ-कानपुर रोड पर नहर चौराहे पर चारों तरफ से कई किलोमीटर में लगे इस जाम को खुलवाने के लिए पहले तो कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौके पर नहीं दिखा। कुछ घंटे फंसने के बाद लोगों के सब्र का बांध जब टूटा तो अधिकारियों के फोन घनघनाने लगे, और तब जाम खुलवाने को मौके पर कुछ पुलिस कर्मी दिखे और जुटे। इन पुलिस कर्मियों की काफी मशक्कत के बावजूद जाम पूरी तरह खुल नहीं सका, हां सरकने की स्थिति में जरूर दिखने लगा।
इसी बीच धूप में भयंकर जाम में फंसी कुछ महिलाएं बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़ी, जिन्हें लोगों की मदद से सड़क किनारे लाकर पानी पिलाया गया तब उन्हें चेतना आयी। कई घंटों की पुलिस कर्मियों की मशक्कत के बाद जब टैªफिक सरकने लगा तब लोगों ने राहत की सांस ली। जाम की समस्या क्यों बनी, इस पर यदि नज़र डालें तो नहर चौराहे का हर दिन का हाल यही है। दरअसल, टैªफिक पुलिस कर्मियों की चौराहे पर मौजूदगी के बाद भी इन कर्मियों द्वारा कई बार टैªफिक व्यवस्था को व्यस्थित करते हुए नहीं देखा गया।
चौराहे किनारे बने पुलिस बूथ पर यह पुलिस कर्मी बातों में मशगूल रहते हैं और धीरे-धीरे टैªफिक जाम की स्थिति में तब्दील हो जाता है। चूंकि कानपुर, दुबग्गा, कैण्ट और आलमबाग समेत चारों रास्तों से आने वाले भयंकर यातायात को यदि कोई निर्देश नहीं मिला तो वह अपने आप अपनी सुविधानुसार मुड़ जाता है जो थोड़ी देर बात जाम का रूप ले लेता है।