
जुलाई महीने में कार निर्माताओं की चांदी रही। कारों की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखा गया। हालांकि दोपहिया वाहनों के आंकड़े निराशाजनक रही। सोसाइटी ऑफ़ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स ने जुलाई में गाड़ियों के प्रोडक्शन और बिक्री को लेकर एक आंकड़ा जारी किया है। इन आंकड़ों की मानें तो कारों की बिक्री में लगातार सुधार देखा गया। लेकिन दोपहिया वाहनों की बिक्री मैं नेगेटिव ग्रोथ बनी हुई है। हालांकि यह भी अनुमान जताया गया कि फेस्टिव सीजन के साथ ही दोपहिया भी रिकवरी मोड में दिखाई देने लगेगी जबकि कारों की बिक्री में बड़ा सुधार माना जा रहा है।
जुलाई में भारतीय बाजार की बात करें तो 1536269 गाड़ियों की बिक्री हुई है जो कि 2020 के मुकाबले ज्यादा है। 2020 में इसी दौरान 1476881 गाड़ियां बिकी थीं। 2019 की तुलना में इस साल गाड़ियों की बिक्री कम हुई है। 2019 में यह आंकड़ा 1757663 था। आमतौर पर गाड़ियों की बिक्री का ग्रोथ देखने के लिए पिछले साल की बिक्री से तुलना की जाती है। हालांकि कोरोना वायरस की वजह से पिछले साल गाड़ियों की बिक्री में कमी देखी गई थी।
2019 की तुलना में कुल बिक्री भले ही कम दिखाई दे रही है लेकिन पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में कार मैन्युफैक्चरर्स का जलवा कायम है। इनमें कार, एसयूवी, एमयूवी और वैन शामिल है। इस जुलाई की बात करें तो 264442 पैसेंजर व्हीकल बिके हैं। पैसेंजर व्हीकल के मामले में यह आंकड़ा 2020 और 2019 से भी ज्यादा है। 2019 में पैसेंजर व्हीकल 190115 यूनिट से की थी जबकि 2020 में यह आंकड़ा 182779 था। माना जा रहा है कि जैसे ऐसे वक्त आगे बढ़ेगा गाड़ियों के बिक्री में बढ़ोतरी देखी जाएगी।