ऋतिक रोशन, विकलांगों के सिनेमाघर बनाने को प्रयासरत
ऋतिक रोशन विकलांगों के अनुकूल सिनेमाघर बनाने के पक्षधर हैं और वह इसी दिशा में काम करने को उत्सुक हैं, ताकि वहां लिफ्ट्स और रैंप जैसी आवश्यक सुविधाएं मिल सकें।
ऋतिक रोशन इसी दिशा में काम करना चाहते हैं, लेकिन इस दिशा में प्रगति के बारे में उन्होंने एक बयान में कहा, “मैंने अजय बिजली (पीवीआर सिनेमा) से बात की है और हम इसे एक बड़े पैमाने पर करेंगे।“
उन्होंने कहा, “हम अब भी चर्चा कर रहे हैं और योजना बना रहे हैं। मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण मुद्दा है और हमें इस दिशा में कुछ करना चाहिए, क्योंकि उन्हें (विकलांगों) सिनेमा देखने से वंचित नहीं होना चाहिए। इसलिए उम्मीद है कि हम जल्द कुछ करेंगे।“
ऋतिक रोशन अपनी पिछली फिल्म ’काबिल’ में रोहन भटनागर की भूमिका में थे, जो दृष्टिबाधित था। इससे पहले वह ’कोई .. मिल गया’, ’कृष’ और ’गुजारिश’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से ऐसे लोगों के प्रति समाज का रवैया बदलने में योगदान दे चुके हैं।
ऋतिक रोशन का अभिनय वास्तव मैं सराहनीय है, वह अभिनय मैं एकदम जीवंत भूमिका डाल देते है, लगता नहीं कि वो एक्टिंग कर रहे है. सिनेमा हाल मैं बैठा हर दर्शक को यह लगता है कि वास्तव मैं यह ही ओरिजिनल करेक्टर है.
ऋतिक रोशन अपने पिताश्री से भी एक हाँथ आगे हैं, कोई कह नहीं सकता कि उनमें टेलेंट की कमी है.ऋतिक रोशन बॉलीवुड मैं अपने समक्ष कलाकारों में से सबसे अलग पहचान रखते है.