
पंचतंत्र की कहानियों पर आधारित पंचतंत्र वाटिका स्थापित की जाये – श्रीमती आनंदीबेन पटेल
वन महोत्सव पर्व प्रकृति के उपकारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का पुनीत अवसर है। प्राकृतिक संसाधनों को समृद्धि करने एवं भावी पीढ़ी को संतुलित पर्यावरण उपलब्ध कराने हेतु बृहद स्तर पर वृक्षारोपण अपरिहार्य है। ये विचार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी ने आज कुकरैल पिकनिक स्पॉट में आयोजित वृक्षारोपण जन आन्दोलन-2022 कार्यक्रम में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि वन महोत्सव के अवसर पर आज पूरे प्रदेश में एक ही दिन में 25 करोड़ पौधे रोपित किये जा रहे हैं जबकि प्रदेश सरकार के इस महाभियान में 35 करोड़ वृक्षारोपण किये जाने का लक्ष्य निर्धारित है। यदि हमें एक अच्छा और निरोगी जीवन चाहिए तो हमें वृक्षारोपण के साथ-साथ अपने बच्चों की तरह ही इन पेड़-पौधों की देखभाल एवं पालन पोषण करना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि वृक्ष हमारी धरती के आभूषण हैं, इनका रोपण धरती के प्रति हमारा समर्पण है। उन्होंने बताया कि बढ़ती हुई जलवायु परिवर्तन में पौधों का रोपण अत्यन्त महत्वपूर्ण है इसकी महत्ता को बच्चों एवं जनमानस में प्रसार हेतु पंचतंत्र कहानियों का प्रयोग वन परिसरों में किये जाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने बताया कि वन विभाग के सहयोग से राजभवन में पंचतंत्र की कहानियों पर आधारित पंचतंत्र वाटिका स्थापित की गयी है। इस प्रकार की वाटिकाएं तथा नक्षत्र वन की स्थापना भी कुकरैल वन क्षेत्र में की जानी चाहिए।
उन्होंने जनसामान्य से आह्वान किया कि प्रत्येक नागरिक कम से कम ने केवल 5 पौधों का रोपण तो करें ही साथ ही उन पौधों की समुचित देखभाल भी करें, ताकि प्रदेश के वन क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हो सके। इस कार्य में उन्होेंने बच्चों, युवाओं और जनप्रतिनिधियों से वृक्षारोपण कार्यक्रम को पूर्ण रूप से सफल बनाने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की और कहा कि इस कार्य में प्रत्येक ग्राम प्रधान अपनी ग्राम सभा की रिक्त भूमि, विद्यालय परिसर तथा अन्य खाली पड़ी भूमि पर अवश्य पौधारोपण करें और इसकी सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम करे।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आज हम सब प्रकृति को बचाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। कुदरत ने हमें जो दिया है उसे बचाना ही होगा। आज मानव ने आधुनिकता के वेग में धरती को प्रदूषित कर दिया। हमने महसूस किया है कि कोरोना काल में आक्सीजन की कितनी आवश्यकता हमें हुई थी। जल से ही आक्सीजन बनती है और प्रकृति द्वारा दी गयी इस नियामत की हम कद्र करना भूल जाते है। राज्यपाल जी ने कहा कि यदि हम चिरायु होना चाहते है तो हमें वृक्षारोपण को अपने जीवन का अंग बनाना ही होगा। वृक्षों को नष्ट करने का अधिकार हमें कतई नहीं है। उन्होंने कहा कि आज मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि वनों को बचाने के लिए कलाकार मित्र भी आगे आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से पूरे भारत में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर जगह-जगह जल संरक्षण की दृष्टि से अमृत तालाब बनाये जा रहे हैं और जल बचाने की मुहिम के साथ-साथ सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के लिए कई प्रभावी योजनाएं संचालित की गयी हैं। इस अवसर पर राज्यपाल जी ने अपने चण्डीगढ़ भ्रमण की चर्चा की और वहां के उद्यानों का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां की तर्ज पर कुकरैल वन क्षेत्र में भी नक्षत्र वाटिका एवं बोनसाई गार्डेन बनाये जाने चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूल के बच्चों को प्रारम्भ से ही प्रकृति से जोड़ने के लिए छोटे-छोटे पर्यावरण गीतों एवं कविताओं की रचना कर उन्हें स्कूलों में बांटा जाय, ताकि बच्चे उन्हें सीख सकें।
इस अवसर पर आयोजित वन महोत्सव में राज्यपाल जी द्वारा कदम्ब, नीम तथा आम के पौधे का रोपण किया गया। कार्यक्रम में प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को तुलसी का पौधा भी वितरित करने के साथ-साथ उन्होंने वन की महत्ता पर आधारित थीम सांग का का भी विमोचन किया।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में विभिन्न विभागों यथा- नेशनल बैम्बू मिशन, उत्तर प्रदेश वन निगम, टर्टल सर्वाइवल एलायंस, एच0सी0एल0 फाउण्डेशन तथा पृथ्वी इनोवेशन द्वारा लगाये गये स्टालों के माध्यम से प्रदर्शन उत्पादों का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने अपने सम्बोधन में कहा कि वृक्षारोपण के इस महाभियान में भक्ति वन, खाद्य वन एवं अमृत वन की स्थापना की जा रही। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा इस वर्ष इस अभियान में 2.5 करोड़ वृक्षों का रोपण किया जायेगा।

वन राज्यमंत्री श्री कृष्ण पाल मलिक ने अपने सम्बोधन में कहा कि वन विभाग अपनी पूरी क्षमता से राज्य के वनावरण को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है तथा इस कार्य में सभी का सहयोग लक्ष्य की प्राप्ति में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
इस अवसर पर स्कूलों के बच्चों एवं एन0सी0सी0 के कैडेट्स द्वारा 2000 पौधों का रोपण कर वृक्षारोपण अभियान में भागीदारी की गयी।
वृ़क्षारोपण महाअभियान के अवसर पर लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, विधायक श्री आशुतोष टंडन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष श्रीमती ममता संजीव दुबे, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीमती ईवा शर्मा, अपर मुख्य सचिव/नोडल अधिकारी रजनीश दुबे, सचिव पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन श्री आशीष तिवारी, जिलाधिकारी लखनऊ श्री सूर्यपाल गंगवार तथा लोक गायिका पद्मश्री श्रीमती मालिनी अवस्थी सहित प्रकृति प्रेमी, स्कूली बच्चे तथा अन्य लोग भी उपस्थित थे।



