
UN प्रमुख ने ट्रंप के फैसले पर जताई नाखुशी
UN के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने डोनाल्ड ट्रंप के पेरिस समझौते से अलग होने के फैसले पर नाखुशी जताई।
उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त हैं कि इस महत्वाकांक्षी समझौते के सभी अन्य पक्ष उत्सर्जन कम करने के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे।
गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक द्वारा संवाददाताओं के सामने पढ़े गए बयान के मुताबिक,
ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन
‘‘जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते से अमेरिका के अलग होने का निर्णय ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा का प्रचार करने के वैश्विक प्रयासों के लिए बड़ी निराशा है।
बहरहाल, ट्रंप पेरिस समझौते से अलग होने की प्रक्रिया में उलझे रहेंगे।
अमेरिका नवंबर 2020 तक इस समझौते से पूरी तरह अलग हो पाएगा।
जिससे इस पर अंतिम फैसला अगले राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी मतदाताओं पर निर्भर करेगा।
यह पूछने पर कि सरकार को इस समझौते से अलग होने में कितना समय लगेगा?
इस पर दुजारिक ने कहा कि वह इस समय किसी भी कानूनी मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करेंगे।
इस बात पर कि ट्रंप समझौते पर फिर से बात करने के लिए तैयार हैं।
इस पर दुजारिक ने कहा कि यह इस समझौते में शामिल देशों पर निर्भर करेगा।
गुतारेस ने एक बयान में कहा कि दुनिया के सभी देशों ने पेरिस समझौते पर इसलिए हस्ताक्षर किए थे क्योंकि उन्होंने जलवायु परिवर्तन से हो रहे ‘‘अत्यधिक नुकसान’’ को पहचाना।
गुतारेस ने इस पर जोर दिया कि यह ‘‘महत्वपूर्ण’’ है कि अमेरिका पर्यावरणीय मुद्दों पर ‘‘नेता’’ बना रहे।
वह ‘‘एक सतत भविष्य का निर्माण करने के लिए अमेरिका और दुनियाभर के सभी तत्वों के साथ काम करने के लिए आशान्वित हैं।’’
UN में अमेरिकी दूत निक्की हेली ने कहा कि जलवायु समझौते से अलग होने का निर्णय लेकर ट्रंप ने अमेरिका के सर्वश्रेष्ठ हितमें काम किया है।
‘‘एक ऐसे दोषपूर्ण समझौते से हटकर जो अमेरिकी रोजगारों पर बड़ा असर डालता है।
और एक नए समझौते के लिए दरवाजे खोलकर जिससे सही संतुलन बनता है’’