PhonePe, GPay के सामने फेल हो रहे हैं ये देसी UPI ऐप्स! क्या आपने इनका नाम सुना है?
PhonePe, GPay के सामने फेल हो रहे हैं ये देसी UPI ऐप्स। अब सरकार बना रही बचाव योजना भारत दुनिया का सबसे बड़ा UPI बाजार है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा फायदा दो अमेरिकी कंपनियां PhonePe और Google Pay उठा रही हैं, क्योंकि भारत के 70 से 80 फीसदी UPI मार्केट पर इन दोनों UPI कंपनियों का कब्जा है। ऐसे में सरकार देसी यूपीआई ऐप को बचाने के लिए बचाव योजना पर काम कर रही है।
यूपीआई मार्केट में अमेरिकी कंपनियों का कब्जा
अगर ऑनलाइन पेमेंट मार्केट की बात करें तो PhonePe, Google Pay और Paytm सबसे बड़े खिलाड़ी हैं। इन तीनों का बाजार के 95 फीसदी हिस्से पर कब्जा है। आसान शब्दों में कहें तो अगर देश में कुल 100 लोग UPI पेमेंट करते हैं तो उनमें से 95 फीसदी लोग Google Pay, PhonePe या Paytm का इस्तेमाल करते हैं। Paytm Payment Bank पर बैन के चलते Paytm यूजर्स PhonePe और Google की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं। ऐसे में भारत के पूरे UPI पेमेंट मार्केट का नियंत्रण दो अमेरिकी UPI पेमेंट ऐप Google और PhonePe के पास चला जाएगा।
यह बिल्कुल वैसा ही होगा जब दो अमेरिकी कंपनियों वीजा और मास्टरकार्ड का भारत के क्रेडिट और डेबिट कार्ड बाजार पर एकमात्र प्रभुत्व था। ऐसे में पीएम मोदी द्वारा देसी रुपे कार्ड लॉन्च किया गया। इसके बाद वीज़ा और मास्टरकार्ड का दबदबा कम हो गया। इसी तरह यूपीआई मार्केट में फोन पे और गूगल पे का दबदबा कम करने की कोशिश की जा रही है।
नहीं सुना होगा इन एप्स का नाम
भारत में PhonePe और Google Pay के अलावा कोई UPI पेमेंट ऐप उपलब्ध नहीं है। भारत में टाटा न्यू और बजाज पे जैसे घरेलू यूपीआई भुगतान प्लेटफॉर्म हैं। साथ ही, Amazon Pay समेत कई अन्य UPI पेमेंट ऐप्स भी उपलब्ध हैं। लेकिन फोन पे और गूगल पे के कैशबैक और ऑफर्स के चलते बाद में यूपीआई बाजार में उतरे यूपीआई ऐप्स अपनी जगह नहीं बना पा रहे हैं।