
कोर्ट में खुली पुलिस की कारस्तानी, जिसे तस्कर बनाया वो तीसरी बार भी बरी
सरकारी कागज का पेट भरने और अपनी पीठ थपथपाने के लिए पुलिस ने एक बेकसूर को शराब तस्कर बना डाला। चोरगलिया पुलिस ने ऐसा एक नहीं कई बार किया और हर बार पुलिस अपने ही बनाए फर्जी जाल में फंस गई। ये तीसरा मौका है जब कोर्ट ने आरोपी को बरी किया है।
मामले में आरोपी बसंतपुर चोरगलिया निवासी सोनू राम की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता राजन सिंह मेहरा ने बताया कि चोरगलिया पुलिस ने सोनू को 29 सितम्बर 2020 को रामबाग से अंदर जंगल मे बने नलकूप से गिरफ्तार किया था
और सोनू के पास से 30 पाउच कच्ची शराब की बरामदगी दिखाई थी। शराब बरामदगी का नमूना भी लिया लेकिन कोर्ट में पेश नहीं किया। जो नमूना दिखाया गया, उसमें बरामद करने वाले के हस्ताक्षर ही नहीं हैं। जिस पर द्वितीय अपर सिविल जज अलका ने आरोपी को बरी कर दिया।
अधिवक्ता राजन सिंह मेहरा ने बताया था कि पूर्व में भी चोरगलिया पुलिस ने सोनू को ऐसे ही मामले में गिरफ्तार किया था और तब बरामद माल पर पुलिस ने अपने बजाय एसडीएम की मुहर लगा दी थी, जो नियम विरुद्ध था। पुलिस सोनू के साथ ऐसा तीन बार कर चुकी है और हर बार सोनू को कोर्ट ने बरी कर दिया।