
Star Health के IPO में पैसा लगाने वालों को एक शेयर पर हुआ 51 रुपये का नुकसान
दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला समर्थित स्टार हेल्थ एंड एलॉइड इंश्योरेंस का आईपीओ की शुक्रवार को लिस्टिंग हुई। इश्यू प्राइस 900 रुपये के मुकाबले ये बीएसई पर 848.8 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ है। यानी लिस्टिंग पर निवेशकों को प्रति शेयर 51 रुपये का नुकसान हुआ है।
यह इश्यू अपने आखिरी दिन केवल 79 फीसदी ही सब्सक्राइब हो पाया। इसका आसान शब्दों में यह मतलब है कि ऑफर साइज के मुकबले इसे 100 फीसदी बोली भी नहीं मिल पाई।
हालांकि रिटेल निवेशकों और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा पूरा भर गया। यह कोई अकेला ऐसा आईपीओ नहीं है। जिसको ऐसा रिस्पांस मिला है। बल्कि पिछले 1 साल में ऐसे कई आईपीओ रहे है। जिनको सब्सक्रिप्सन के दौरान निवेशकों का हल्का फुल्का रिस्पांस मिला था। लेकिन बाद में इनमें से कुछ कंपनियों के शेयरों में लिस्ट होने के बाद कमाल किया।
क्या करती है स्टार हेल्थ
Star Health मुख्य रूप से रिटेल हेल्थ, ग्रुप हेल्थ, पर्सनल एक्सीडेंट और ओवरसीज ट्रैवल के लिए बीमा कवरेज देती है। वित्त वर्ष 2011 में भारतीय हेल्थ इंश्योरेंस मार्केट में 15.8 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी के साथ यह एक दिग्गज बीमा कंपनी है।
अब क्या करें निवेशक
एस्कॉर्ट सिक्योरिटी के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल ने हिंदी को बताया Star Health ने IPO का दाम सेक्टर की अन्य कंपनियों के मुकाबले ज्यादा था। इसकी वैल्युएशन ज्यादा रखी गई है। शेयर बाजार वैल्यूएशन को लेकर बहुत सतर्क रहता है।
इसी सेक्टर में काम कर रही आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जैसी कंपनी की तुलना में Star Health का वैल्युएशन महंगा है। मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 6 महीने में कंपनी नुकसान में रही है। पिछले वित्त वर्ष में भी नुकसान में रही थी।
आगे मुनाफा रहने की उम्मीद है। फिलहाल अगर आपने अबतक निवेश नहीं किया है। तो शेयर के दाम स्थिर होने का इंताजर करना चाहिए। उनका कहना है कि कंपनी का ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड दमदार है। प्रमोटर्स भी बेहतरीन है। कंपनी हेल्थ इंश्योरेंस के कारोबार में मार्केट लीडर है। कंपनी का डबल डिजिट में मार्केट शेयर है।
दरअसल बिग बुल राकेश झुनझुनवाला की कंपनी में 17.5 फीसदी हिस्सेदारी है। खबर यह भी है कि बिग बुल ने 4 साल तक कंपनी में अपना हिस्सा न बेचने का आश्वासन भी दिया है। लेकिन इसके बाद भी गैर संस्थागत निवेशकों और कर्मचारियों से आईपीओ को बेहद ठंडा रिस्पांस मिला है। अब क्योंकि रीटेल और संस्थागत निवेशकों का कोटा 1 गुना से थोड़ा ज्यादा भर गया था इसलिए इश्यू तो शेयर बाजार में लिस्ट होगा। लेकिन कंपनी को पूरा पैसा नहीं मिल पाएगा।