वर्ष 2025 में स्वच्छ, सुव्यवस्थित तथा सुरक्षित महाकुम्भ के आयोजन के लिए तैयारी प्रारम्भ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हम सभी को आज एक नये उत्तर प्रदेश के दर्शन हो रहे हैं। आज एक साथ 2800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जा रहा है। पहली बार पर्यटन विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर प्रदेश के पर्यटन विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाया गया है।
यह विकास परियोजनाएं किसी एक क्षेत्र विशेष अथवा जनपद विशेष से जुड़ी नहीं हैं, बल्कि यह प्रदेश के सभी 75 जनपदों के 403 विधान सभा क्षेत्रों के किसी न किसी पर्यटन केन्द्र के विकास से जुड़ी हैं। इनमें विश्व बैंक सहायतित केन्द्र सरकार की प्रो-पुअर योजना, मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना, जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर आधारित तथा शासन द्वारा विभिन्न क्षेत्रों के विकास से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की लगभग 2,800 करोड़ रुपये की 762 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने पर्यटन विभाग की पुस्तिकाओं ‘बृज के शिल्पी-सफलता की कहानियां’, ‘हैण्डक्राफ्टेड प्राॅस्पैरिटी’ तथा प्रदेश के पर्यटन सर्किट से सम्बन्धित काॅमिक पुस्तकों का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब सरकार की नीयत साफ होती है और कार्याें में गति होती है, तो उसके परिणाम भी उसी रूप में देखने को मिलते हैं। कानून-व्यवस्था की बेहतर स्थिति से उत्तर प्रदेश का परसेप्शन बदला है। डबल इंजन सरकार की नीयत और समयबद्ध तरीके से लिये गये फैसलों का लाभ प्रदेशवासियों को प्राप्त हो रहा है।
प्रदेश सरकार धार्मिक, हेरिटेज, ईको तथा एडवेन्चर टूरिज्म से जुड़े स्थलों का विकास करा रही है। इसके माध्यम से उस क्षेत्र के समग्र विकास के कार्याें को भी आगे बढ़ा रही है। इनमें क्षेत्र के ईको सिस्टम के साथ ही, रोजगार का पूरा तंत्र शामिल है।