
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने लक्ष्मनपुर कोठी स्थित राप्ती बैराज का निरीक्षण कर लिया जायजा ग्राम वासियों से किया सीधा संवाद
प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कल जनपद श्रावस्ती के तहसील भिनगा लक्ष्मनपुर कोठी स्थित राप्ती बैराज का निरीक्षण कर जल स्तर का जायजा लिया और नदी के समीप गांवों के ग्राम वासियों से सीधा सवांद कर उनका कुशल क्षेम भी जाना। उन्होने कहा कि सरकार जनता के हर सुख-दुःख में उनके साथ है, उन्हें किसी भी तरह से परेशान होने की जरूरत नही है। जिला प्रशासन द्वारा नदी के जल स्तर पर निरन्तर निगरानी की जा रही है। यदि नेपाल से पानी छोड़ने के बाद सम्भावित बाढ की स्थिति पैदा हुई तो राहत एवं बचाव कार्य के साथ ही सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाएं उन्हें तत्काल जिला प्रशासन द्वारा मुहैया करायी जायेगी।
जलशक्ति मंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह जनपद सम्भावित बाढ़ के दृष्टिकोण से संवेदनशील है, इसलिए राप्ती बैराज पर जल स्तर की चौबीसों घंटे निरन्तर मॉनिटरिंग की जाय। यदि पानी बढ़ता है और सम्भावित बाढ़ की स्थित बनती है तो बाढ़ से प्रभावित होने वाले संवेदनशील गांवों के लोगो को तत्काल निकाल कर राहत शिविर में लाकर ठहराया जाय और उनके भोजन आदि की मुकम्मल व्यवस्था करने के साथ ही उनके पालतू जानवरों को भी सुरक्षित एवं ऊँचे स्थान पर रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। और उन्होने कहा कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को कोई दिक्कत न होने पाए, इसका विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के गांवों को बाढ़ से बचाव हेतु जो भी बाढ़ निरोधी कार्य किये जा रहे है, उन्हें गुणवत्तापूर्ण ढंग से तत्काल पूरे किये जाएं, ताकि लोगों को बाढ़ से बचाव हेतु सहुलियत मिल सके।
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के निरीक्षण के दौरान गुरूवार को प्रातः 06 बजे राप्ती बैराज पर जल स्तर का माप कराये जाने के समय 126.60 सेंटीमीटर पाया गया, जो खतरे के निशान से 110 सेंटीमीटर कम था, जबकि लक्ष्मणपुर बैराज पर खतरे का निशान 127.70 सेंटीमीटर है। फिर भी मा0 मंत्री ने यह निर्देश दिया कि जिला स्तर पर स्थापित बाढ़ कन्ट्रोलरूम के साथ ही सभी बाढ़ चौकियांे पर तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों को हमेशा सक्रिय रखने का निर्देश दिया है। उन्होने कहा कि राप्ती नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी तैयारियां पहले से ही चुस्त-दुरूस्त कर ली जाएं, ताकि यदि सम्भावित बाढ़ आ भी जाती है तो तत्काल लोगों को राहत पहुंचाया जा सके। इस अवसर पर जिला महामंत्री रणवीर सिंह, अधिशासी अभियंता सरयू नहर खण्ड-6 अजय कुमार, अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खण्ड विनोद कुमार गुप्ता सहित अन्य माननीय जनप्रतिनिधिगण एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी गण एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे।