जेईआई टेरर फंडिंग मामला: NIA ने जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर की छापेमारी, आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज आतंकी फंडिंग मामले में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) पर कार्रवाई के तहत जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी की।
एनआईए की टीमों ने श्रीनगर में पांच, बडगाम में तीन, कुलगाम में दो, अनंतनाग में एक और जम्मू में चार स्थानों पर विभिन्न संदिग्धों के परिसरों पर छापेमारी की। व्यापक तलाशी के दौरान जेईआई और उसके संबंधित ट्रस्टों की गतिविधियों से जुड़े आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए, जिससे 20 लाख रुपये से अधिक नकदी भी बरामद हुई।
एनआईए ने कहा कि जेईआई और उसके सदस्यों ने फरवरी 2019 में यूए (पी) अधिनियम के तहत संगठन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी और अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देना जारी रखा है। प्रतिबंधित संगठन भारत और विदेशों से दान के माध्यम से धन एकत्र कर रहा था।
धन मुख्य रूप से जकात, मौदा और बैत-उल-मल के रूप में एकत्र किया गया था, जिसका उद्देश्य दान और स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी अन्य कल्याणकारी गतिविधियों को बढ़ावा देना था, लेकिन इसके बजाय इसका उपयोग हिंसक और अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जा रहा था।
जांच में पाया कि जेईआई द्वारा जुटाए गए धन को जेईआई कैडरों के सुसंगठित नेटवर्क के माध्यम से अन्य प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों, जैसे हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आदि को भी भेजा जा रहा था। जेईआई अपनी नापाक और अलगाववादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए जम्मू-कश्मीर में प्रभावशाली युवाओं को प्रेरित करने और नए सदस्यों (रुकुन्स) की भर्ती करने में भी लगा हुआ था।