ऋषिकेश में गंगा तट परअंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का समापन
एक सप्ताह के योग महोत्सव में हजारों साधक भागीदार बने
*बरसाने की फूलों वाली होली के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का समापन*
ऋषिकेश: 21 मार्च।बरसाने की फूलों वाली होली के साथ ऋषिकेश में पिछले 15 मार्च से मुनिकीरेती स्थित गढवाल मंडल विकास निगम के गंगा रिसोर्ट में चल रहा अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आज बृहस्पतिवार को समापन हो गया। देश-विदेश के हजारों साधक योग महोत्सव और फूलोंवाली होली में शामिल हुए। एक हफ्ते तक चले योग महोत्सव में जहां योग की विभिन्न पद्धतियों के बारे में दुनिया भर के योग विशेषज्ञों द्वारा साधकों को प्रशिक्षित किया गया वहीं उत्तराखंड के कई प्रसिद्ध कलाकारों ने भी अपनी कला का प्रदर्शन कर मेहमानों का मनोरंजन किया।
बृहस्पतिवार को अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का अंतिम प्रशिक्षण दिवस था। एक तरफ योग महोत्सव का समापन हो रहा था तो दूसरी तरफ रंगों के त्यौहार होली का आगमन हो रहा था। इसलिए योग महोत्सव का समापन भी होली मना कर किया गया। फागुन का मौसम है, चारों तरफ प्रकृति ने अपनी खूबसूरत छटा बिखेरी हुई है। रंग-बिरंगे फूल चारों तरफ अपनी खुशबू फैला रहे हैं। ऐसे में देश-विदेश से आए मेहमानों ने भी फूलों की होली खेल कर इस कार्यक्रम का समापन किया।
एक हफ्ते तक अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में लाफ्टर योगा से लेकर कॉस्मिक हीलिंग तक का प्रशिक्षण देश-विदेश के मेहमानों ने प्राप्त किया। भारतीय संस्कृति के प्रतीक ओम की ध्वनि और इसके लाभ के बारे में भी विशेषज्ञों ने वैज्ञानिक तरीके से बताया। योग के महत्व के साथ-साथ अष्टांग योग को भी विशेष रूप से इस महोत्सव में सिखाया गया। मन को स्थिर रखकर ध्यान मग्न होना एक कला है। इसे सीखने की जिज्ञासा लेकर जो मेहमान गंगानगरी ऋषिकेश में आए थे वह यह सीख कर बेहद खुश थे।
योग प्रशिक्षण के अलावा दुनिया भर में नाम कमा चुके विशेषज्ञों ने जब योग से जुड़ी विभिन्न बातों को लेकर संबोधित किया तो कई नई जानकारियां सीखने को भी मिली। योग सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ही आवश्यक नहीं है। बल्कि प्रसन्न रहने की एक महत्वपूर्ण विधा योग है। यह सब सीख कर मेहमान अब अपने-अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं। इस भरोसे के साथ योग महोत्सव का समापन हुआ कि अगले साल भी योग महोत्सव इसी तरह आयोजित होगा और दुनिया में शांति सन्देश ऋषिकेश से दिया जायेगा।
समापन समारोह में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की अपर निदेशक पूनम चंद ने योग गुरूओं, प्रशिक्षकों तथा कार्यक्रम संचालकों का स्वागत किया।
ईशा फाउंडेशन,कृष्णामाचार्य योग मंदिरम, राममणि लयंगार मेमौरियल योग संस्थान, शिवानंद आश्रम, स्वामी नारायण आश्रम के योग गुरूओं राजीव कालर, निर्मला देवी, योग अजय राणा, माँ उषा
स्वामी हरिओमांनंद, बसंती अय्यर, राजश्री सुनील भगत,
मित्र सिंह राणा,प्रकाश खत्री,खुशाल सिंह नेगी,सूर्य प्रकाश कोठारी, बसंती अय्यर,ऋषिराज सुनील भगत
आदि को सम्मानित कर स्मृति चिह्न दिया गया। शायंकाल को मां गंगा की आरती स़पन्न हुई तथा रात्रि को सास्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए।