
एक्टिंग नहीं डायरेक्शन में मनवाया अपना लोहा, इन फिल्मों से बनाई बॉलीवुड में अलग पहचान , इस फेमस एक्टर के हैं प्राउड पिता
मुंबई। बॉलीवुड के जानेमाने फिल्मकार-अभिनेता राकेश रोशन आज 76 वर्ष के हो गये। राकेश रोशन का जन्म 06 सितम्बर, 1949 को मुंबई मे एक पंजाबी परिवार में हुआ। उनके पिता रोशन लाल नागरथ हिंदी सिनेमा के मशहूर संगीतकार थे, वहीं राकेश रोशन की मां आयरा रोशन बंगाली सिंगर थीं। राकेश रोशन ने 1970 में ‘घर-घर की कहानी’ से अपने फिल्म करियर की शुरुआत की। नायक के तौर पर उनकी पहली फिल्म 1971 में प्रदर्शित फिल्म ‘पराया धन’ थी जो सुपरहिट रही। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया, लेकिन खास सफल नहीं रहे।
अभिनय में अपेक्षित कामयाबी हासिल नहीं कर पाने के बाद उन्होंने 1980 में ‘आपके दीवाने’ फिल्म के जरिए निर्माण के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने ‘कामचोर’ (1982) फिल्म बनाई। इन दोनों फिल्मों में उन्होंने अभिनय भी किया। के. विश्वनाथ के निर्देशन में बनी फिल्म ‘कामचोर’ के सुपरहिट होने के बाद राकेश रोशन को लगा कि ‘के’ अक्षर उनके लिए ‘लकी’ है और उन्होंने अपनी आगामी सभी फिल्मों के नाम ‘के’ अक्षर से रखने शुरू कर दिए।
इस अक्षर से शुरू होने वाली उनकी फिल्में हैं ‘खुदगर्ज’, ‘खून भरी मांग’, ‘काला बाजार’, ‘किशन कन्हैया’, ‘कोयला’, ‘करण अर्जुन’, ‘कहो ना प्यार है’, ‘कोई मिल गया’, ‘क्रिश’, ‘क्रेजी4’, ‘किंग अंकल’, ‘काइट्स’ आदि। इनमें खुदगर्ज, खून भरी मांग, करण अर्जुन, कहो ना प्यार है, कोई मिल गया, और क्रिश, किश 3 ,काबिल सुपरहिट साबित हुईं। वर्ष 2000 में रिलीज हुई ‘कहो ना प्यार है’ वह फिल्म थी, जिसके जरिए राकेश रोशन ने अपने पुत्र ऋतिक रोशन को फिल्म इंडस्ट्री में लांच किया। यह फिल्म उनकी सबसे बड़ी हिट फिल्मों में शामिल है।
इस फिल्म से जुड़ा यह तथ्य भी रोचक है कि सर्वाधिक पुरस्कार पाने वाली बॉलीवुड की फिल्म होने पर इसे लिम्का बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। वर्ष 2003 में प्रदर्शित ‘कोई मिल गया’ फिल्म उनके निर्माण और निर्देशन में बनी महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है। इसी तरह इस फिल्म का सीक्वल क्रिश और तीसरा संस्करण क्रिश 3 भी उनकी बेहद कामयाब फिल्मों में से एक हैं। जिसने छोटे बच्चों से लेकर बड़े दर्शकों तक का भरपूर मनोरंजन किया था।