राज्यपाल ने उ0प्र0 पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान, मथुरा के नैक हेतु प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की
प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन में उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान, मथुरा के नैक मूल्यांकन हेतु एस0एस0आर0 के प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की।
राज्यपाल जी ने बैठक में नैक के सभी सातों क्राइटेरिया पर विश्वविद्यालय द्वारा तैयार एस0एस0आर की बिंदुवार समीक्षा की।
क्राइटेरिया-1 पर चर्चा करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों व शिक्षकों से शैक्षणिक व विश्वविद्यालय की विविध गतिविधियों के संबंध में सकारात्मक व नकारात्मक फीडबैक लेकर उसका विश्लेषण करने तथा उचित समाधान किये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को फीडबैक देने हेतु प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिये।
क्राइटेरिया-2 पर चर्चा करते हुए उन्होंने सभी फोटोग्राफ्स को उचित कैप्शन के साथ जोड़ने को कहा तथा मेंटर-मेंटी के मध्य पारस्परिक संवाद को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। क्राइटेरिया-3 में उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा शोध गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा विस्तार गतिविधियों को विश्वविद्यालय परिसर के बाहर प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की गतिविधियों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति को आवश्यक रूप से दर्शाया जाए। क्राइटेरिया-4 पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की उस विशिष्टता को भी प्रस्तुतीकरण में दर्शाया जाना चाहिए, जो उसे अन्य विश्वविद्यालयों से अनूठा बनाती हो। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में दुर्लभ पुस्तकों की उपलब्धता हो। क्राइटेरिया-5 की चर्चा करते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा छात्र-छात्राओं हेतु विभिन्न प्रतियोगात्मक परीक्षाओं हेतु तैयारी करवायी जाए।
राज्यपाल ने बेस्ट प्रैक्टिस के सन्दर्भ में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांवों में ग्रामीण महिलाओं और कृषकों को दिए गए सहयोग से उनमें बढ़ी आर्थिक आत्मनिर्भरता, पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल से स्वस्थ पशुओं के विकास, पशुओं की नस्ल सुधार के कार्य आदि को प्रस्तुतीकरण में दर्शाने को कहा।