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मुख्यमंत्री ने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के शिक्षक स्वागत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक शिक्षक केवल स्कूल के लिए निर्धारित समय हेतु ही शिक्षक नहीं होता। कैरियर के रूप में शिक्षा क्षेत्र का चयन करने के बाद शिक्षक के रूप में समाज में उसकी विशिष्ट भूमिका रहती है। विद्यार्थियों के लिए कक्षा को रोचक बनाने हेतु नये-नये उपाय अपनाने का सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षकों को नित नवीन अनुसंधान करते हुए कक्षा पाठ को विद्यार्थियों के लिए अनुकूल बनाने पर ध्यान देना चाहिए,
जिससे वह उसे सहजता से आत्मसात कर सकें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कीजिए। प्रत्येक विद्यार्थी में एक जैसी क्षमता नहीं होती। जिस विद्यार्थी में जितनी क्षमता है, उससे उतनी ही उम्मीद करनी चाहिए। विद्यार्थियों की क्षमता का आकलन करते हुए मानवीयता के साथ चरणबद्ध तरीके से उसमें अभिवृद्धि करनी चाहिए। शिक्षकों का सबसे पहला गुण मानवीयता का होना है।
मुख्यमंत्री आज यहां सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के शिक्षक स्वागत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज उन्हें इस समारोह में प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त हुआ है। शिक्षकों का सम्मान वर्तमान व भावी जीवन का सम्मान है, क्योंकि शिक्षक वर्तमान हैं तथा भावी पीढ़ी के भविष्य का निर्माण इनके हाथों से हो रहा है। ऐसे शिक्षकों के सम्मान का अवसर प्राप्त होना किसी भी व्यक्ति के लिए गौरव की बात होती है।
मुख्यमंत्री ने सी0एम0एस0 के संस्थापक प्रबंधक स्व0 डॉ0 जगदीश गांधी द्वारा समाज सेवा व शिक्षा के क्षेत्र में किए गए योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि जब वह सी0एम0एस0 के संस्थानों में जाते हैं, तो डॉ0 गांधी के विनम्र, जुझारू और विराट व्यक्तित्व का स्मरण सहज ही हो जाता है। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में कभी हिम्मत नहीं हारी। वह मानवीय संवेदनाओं के साथ लगातार कार्य करते रहे।