राजधानी के अकबरनगर में बुलडोजर एक्शन लगभग समाप्त हो गया है। यहाँ 1240 मकान, काम्प्लेक्स और दुकानें गिरा दी गईं हैं। यहाँ धार्मिक स्थलों को भी हटाया गया है।
एलडीए उपाध्यक्ष डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी के अनुसार सरकार आने वाले समय में चिड़ियाघर सहित कई नई सुविधाओं को यहाँ विकसित करेगी। वहीँ अकबरनगर के विस्थापितों को बसंतकुंज योजना में पात्रता के आधार पर आवास दिए गए हैं। हालाँकि अभी कई सुविधाओं से महरूम ये विस्थापित रोजी-रोटी की चिंता में डूबे हैं।
राजधानी के पॉश इलाके के पास अकबरनगर बसा हुआ था। यहां की ज्यादातर आबादी श्रमिक वर्ग की है। लोग रोज मेहनत मजदूरी कर अपने घरों का खर्च चलाते हैं, लेकिन अब जब उन्हें बसंतकुंज योजना स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने फ्लैटों में शिफ्ट कर दिया गया है, तो महिला से लेकर पुरुष तक की सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है।
रिवर फ्रंट के तौर पर विकसित होगा कुकरैल
गौरतलब है कि कुकरैल पिकनिक स्पॉट को रिवर फ्रंट के तौर पर विकसित किया जाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये ड्रीम प्रोजेक्ट है। अफसरों का कहना है कि कुकरैल नदी के सौंदर्यीकरण के लिए अतिक्रमण हटाया जा रहा है। बताया जा रहा है इस प्रोजेक्ट का नक्शा और डीपीआर आईआईटी रुड़की से बनवाई जा रही है।
ये सुविधाएं होंगी विकसित
कुकरैल में नदियों के पानी का ट्रीटमेंट करने के लिए छोटा प्लांट लगाने की योजना है। जिससे स्वच्छ पीने के पानी की बढ़ती जरूरत को पूरा किया जा सकेगा। इसके आलावा घाटों का सौंदर्यीकरण कर लोगों को यहाँ आने और पूजा-पाठ जैसी गतिविधियों को भी बढ़ाया जायेगा। इसके साथ ही जॉगिंग के लिए पाथ, पार्क और साइकिल ट्रैक भी बनाया जाएगा।
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