
योगी का कर्ज उतारेंगे पुष्कर सिंह धामी! जानिए क्या है मामला
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव का मतदान खत्म होने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के नेता चुनाव प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश जाएंगे। बताया जा रहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई नेताओं को यूपी में प्रचार के लिए उतारा जा रहा है। चर्चा है कि सीएम धामी स्टार प्रचारक के रूप में यूपी के दौरे पर जा सकते हैं।
इसके साथ ही उत्तराखंड बीजेपी की तरफ से 80 कार्यकर्ताओं की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी है। जो यूपी में चुनाव प्रचार और प्रबंधन के काम में यूपी बीजेपी की मदद करेंगे। केन्द्रीय नेतृत्व की तरफ से अनुमति मिलने के बाद प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय और प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार के नेतृत्व में यह टीम यूपी जाएगी।
असल में पिछले दिनों ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड का दौरा किया था। और उन्होंने राज्य में तीन जगहों पर चुनाव प्रचार किया था। वहीं अब मुख्यमंत्री धामी सीएम योगी आदित्यनाथ की मदद के लिए यूपी आएंगे। गौरतलब है कि यूपी के कई शहरों में उत्तराखंड मूल के लोगों की काफी संख्या है।
हालांकि गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में खासी संख्या में उत्तराखंड मूल के लोग रहते है। लेकिन यहां पर चुनाव समाप्त हो गया है। वहीं लखनऊ, कानपुर समेत कई जिलों में भी उत्तराखंड मूल के लोग रहते है। लिहाजा उन्हें साधने के लिए उत्तराखंड के नेताओं को जिम्मेदारी दी जा सकती है।
सीएम धामी करेंगे चुनाव प्रचार
बताया जा रहा है कि सीएम धामी आज दिल्ली पहुंच चुके है। और वह दोपहर में पार्टी नेताओं और अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे। वहीं दिल्ली में वह केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के निजी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को विधानसभा चुनाव को लेकर फीडबैक भी देंगे। इसके बाद सीएम धामी यूपी में चुनाव प्रचार के लिए यूपी भेजे जा सकते है।
बीजेपी ने बनाई 80 कार्यकर्ताओं की लिस्ट
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड बीजेपी ने यूपी में प्रचार और प्रबंधन के कार्य में मदद के लिए 80 कार्यकर्ताओं की लिस्ट बनाई है। बताया जा रहा है कि इन कार्यकर्ताओं को वहां भेजा जाएगा। जहां उत्तराखंड मूल के लोगों की संख्या ज्यादा है। बीजेपी के प्रदेश महासचिव कुलदीप कुमार के अनुसार पार्टी ने जिन 80 कार्यकर्ताओं के लिए यूपी में चुनाव प्रचार के लिए केंद्रीय नेतृत्व को भेजा है। उसमें विधायकों के साथ ही मंत्री और प्रांतीय पदाधिकारी भी शामिल है।