ऋषिकेश 19 अप्रैल। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( एम्स) सामान्य मरीज टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे। इसके साथ ही कोविड मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं। आवश्कता पड़ने इनकी संख्या 500 तक की जाएगी।
कोविड मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए एम्स अस्पताल प्रशासन ने कुछ व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। इन बदलावों में जनरल ओपीडी बन्द कर अब टेलिमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को परामर्श दिया जाना शामिल है।
जानकारी देते हुए एम्स अस्पताल प्रशासन के डीन, प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने बताया कि तीव्र गति से फैल रहे कोविड संक्रमण को देखते हुए एम्स में जनरल ओपीडी को बन्द करने का निर्णय लिया गया है। सामान्य स्तर के सभी मरीज अब टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे।
जबकि इमरजेन्सी सुविधा निर्बाध रूप से चैबीसों घन्टे जारी रखी गयी है। उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए वह एम्स की टेलिमेडिसिनि सुविधा का लाभ उठाएं।
कोविड पेशेन्टों के इलाज के बावत उन्होंने कहा कि संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकान्त जी के निर्देशन में कोविड मरीजों हेतु 500 बेड आरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल वर्तमान में एम्स में कोविड मरीजों के लिए 300 से अधिक बेड रिजर्व रखे गए हैं।
इनमें 80 बेड आईसीयू सुविधा युक्त हैं। प्रो. मिश्रा ने बताया कि गंभीर किस्म के कोविड मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में 100 वेन्टिलेटर उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड मरीजों के लिए एम्स में एक आपात्कालीन केन्द्र बनाया गया है। इस केन्द्र में कोविड मरीजों की जांच और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने सम्बन्धी प्रक्रियाएं की जाएंगी।
उधर, कोविड संक्रमण से आगाह करते हुए कम्यूनिटी और फेमिली मेडिसिन के असिस्टेन्ट प्रोफेसर डा. योगेश बहुरूपी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर पहली लहर से कई गुना अधिक घातक है। प्रत्येक व्यक्ति को इसकी गंभीरता समझनी होगी और केन्द्र तथा राज्य सरकारों द्वारा जारी कोविड गाईड लाईनों का पालन करना होगा।
इसके अलावा हम सभी को मास्क के साथ रहने की आदत भी डालनी होगी। कोविड से बचाव का पहला उपाय मास्क का इस्तेमाल ही है। उन्होंने कहा कि आपस में दो गज की दूरी बनाए रखने और वैक्सीन लगवाने से कोविड संक्रमण को नियंन्त्रित किया जा सकता है। डा. योगेश ने सलाह दी कि शरीर में किसी भी प्रकार के असामान्य लक्षण नजर आने पर अविलम्ब डाॅक्टर से परामर्श लिया जाय।
डा.हरीश गौड़



