अब दिल्ली जाने की जरूरत नहीं:नरेश टिकैत
मुजफ्फरनगरः कृषि कानूनों और किसान आंदोलन को लेकर गुरुवार को जीआईसी मैदान में महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के सुप्रीमो नरेश टिकैत ने कहा कि इस पंचायत को देखकर केंद्र सरकार में जरूर भय पैदा हुआ होगा। उन्होंने कहा कि अब हमें दिल्ली जाने की आवश्यकता नहीं है। दिल्ली बॉर्डर पर पहले से ही भारी मात्रा में किसानों का जमावड़ा लगा है लेकिन जब भी आपको समय मिले दिल्ली का चक्कर लगा सकते हैं।
जीआईसी मैदान में आयोजित हुई महापंचायत के मंच से भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि चौधरी अजीत सिंह को हराकर हम सभी ने बहुत बड़ी गलती की है जिसके लिए हम खुद भी जिम्मेदार हैं। ऐसी गलती भविष्य में हम कभी नहीं करेंगे।
‘अनुशासन के लिए जानी जाती है भाकियू’
महापंचायत में किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए राजनैतिक दलों ने दिल्ली जाने का आग्रह किया। इस पर भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सभी को धन्यवाद देकर अपना निर्णय सुनाया। उन्होंने कहा कि भाकियू अनुशासन के लिए जानी जाती है। हमें अनुशासन में रहकर काम करना है। बस बीजेपी वालों से संभल कर रहें।
जयंत चौधरी ने भाजपा पर बोला हमला
किसान महापंचायत में राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भविष्य में भाजपा पार्टी को बहिष्कार किया जाएगा। इस दौरान एक लोटे में गंगाजल और नमक डालकर सभी किसानों को संकल्प दिलवाया। वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने किसानों को पूर्ण समर्थन देने का भरोसा भी दिलाया।
महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा। इस दौरान जनपद में पुलिस बल के साथ अर्धसैनिक बल को भी उतारा गया। वहीं जिला प्रशासन के आला अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी पंचायत स्थल पर डटे रहे। कई मुख्य मार्गों पर भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
बता दें कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद सरकार ने दर्जनों किसान नेताओं पर मुकदमे दर्ज कराए। वहीं प्रदेश सरकार ने प्रशासन को यूपी में धरना समाप्त करने के आदेश दे दिए। बीते दिन भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए। जिसके बाद देर रात दिल्ली में ही एक पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने राजकीय इंटर कॉलेज में एक महापंचायत करने का ऐलान किया था।
महापंचायत में की राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे और अपना समर्थन दिया। वहीं महापंचायत में भारी मात्रा में जनसमुह उमड़ा। महापंचायत में भाग लेने के लिए किसान ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ पहुंचे। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी महापंचायत का हिस्सा बने।