
भाजपा से दलितों की नाराजगी नहीं
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि यह कहना गलत है कि भाजपा से दलित समाज नाराज हो गया है। सहारनपुर घटना जातीय हिंसा थी। इसमें प्रशासन अपना काम कर रहा है।
जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। यह किसी से छिपा नहीं है कि बसपा मुखिया मायावती के वहां जाने क बाद एक बार फिर हिंसा भडकी। भीम सेना के बसपा से सबंध होने की जांच की जा रही है।
\बसपा ने दलितों का कोई फायदा नहीं किया है. मायावती ने पैसा कमाने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं किया है. टिकट देने में भी उन्होंने जाती का कोई ख्याल नहीं रखा,जिससे पैसे मिले उसे टिकट दिया.
दलित प्रेमी तो वह तब कहलातीं जब वे दलितों को बिना पैसों के टिकट देतीं और उनको ऊँचा उठातीं, लेकिन उनका ध्यान सिर्फ पैसों के ऊपर ही रहा. बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया.
सहारनपुर मैं हुए दंगे का सच सामने आ जायेगा जल्द ही दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा। दलित समाज बसपा से जुड कर अपना हश्र देख चुका है।
केन्द्र की मोदी एवं यूपी की योगी सरकार का एक ही मंत्र है सबका साथ-सबका विकास। भाजपा जाति धर्म की राजनीति नहीं करती। दलितों के हित में जितना कार्य भाजपा ने किया उतना किसी दल ने नहीं किया।
वो बता दें कि अबतक कितने दलितों को उन्होनें ऊपर उठा दिया. उनके शासन में तो पैसे वालों के ही काम होते दिखते हैं. एक भी दलित को ऊँचा होते तो देखा नहीं गया,कौन सा मैला उठाने वाला दलित उस धंदे को छोड़कर किसी नये व्यवसाय में आ गया है.
ऐसा कोई उदहारण न तो उनके पास होगा, न ही हमारे पास है और न ही कोई ऐसा कोई दलित है जो ये कह सके कि वो मायावती के कारण उस धंदे को छोड़कर अब नये व्यवसाय में आ गया है