केरल सरकार के ‘भारत बंद’ का समर्थन करने पर बोले विदेश राज्य मंत्री- विकास विरोधी हैं सीएम पिनराई विजयन
विदेश राज्य मंत्री और बीजेपी नेता वी मुरलीधरन ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के भारत बंद का समर्थन करने पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर हड़ताल और बंद का समर्थन कर मुख्यमंत्री विजयन केरल में विकास के ‘मुख्य विरोधी’ हैं। किसानों के राष्ट्रव्यापी ‘भारत बंद’ को केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ और विपक्ष में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने भी समर्थन दिया है।
वी मुरलीधरण ने सोमवार को ट्वीट किया। पूरी दुनिया विश्व पर्यटन दिवस मना रही है। और समावेशी विकास के लिए सतत पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना बना रही है। केरल में सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टियों ने इस मौके पर बंद का समर्थन किया है। शर्म की बात है। उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, केरल सीपीएम और केरल कांग्रेस द्वारा अपनाए गए हड़ताल और बंद की संस्कृति ने टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में केरल की छवि को नुकसान पहुंचाया है। दोनों पार्टी विकास की दुश्मन है। पिनराई विजयन जो ऐसी चीजों को संरक्षण देते है। वे केरल के विकास के मुख्य विरोधी है।
विदेश राज्य मंत्री केरल में बंद की कुछ तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा। यह मत सोचिए कि ये कोविड लॉकडाउन की तस्वीरें है। नही पिनराई विजयन उसमें वैसे भी असफल रहे है। यह राज्य प्रायोजित बंद की तस्वीरें हैं। इन तस्वीरों को देखिए। इस तरह केरल में पिनराई विजय की सरकार विश्व पर्यटन दिवस मना रही है शर्म हैं।
भारत बंद में केरल के लगभग सभी व्यापार संघ शामिल है। इसलिए सार्वजनिक परिवहन खासकर KSRTC बस सेवाएं प्रभावित हुईं। लोगों को आवाजाही के निजी वाहनों का इस्तेमाल करना पड़ा। INTUC की राज्य इकाई के अध्यक्ष आर चंद्रशेखरन समेत विविध व्यापार संघों के नेताओं ने शनिवार को कहा था कि राज्यव्यापी हड़ताल शांतिपूर्ण रहेगी और दुकानों को जबरदस्ती बंद नहीं करवाया जाएगा और वाहनों को रोका नहीं जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हड़ताल को ‘‘जन विरोधी’’ बताया जबकि BJP की राज्य इकाई के महासचिव जॉर्ज कुरियन ने शनिवार को कहा था कि पार्टी से संबद्ध व्यापारी संघ हड़ताल का समर्थन नहीं करेंगे, वे इसका खुलकर विरोध भी नहीं करेंगे।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे 40 से अधिक किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने भारत बंद का आयोजन किया है। इस बंद को तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, केरल, पंजाब, झारखंड और आंध्र प्रदेश सरकार ने भी अपना समर्थन दिया है। इसके अलावा कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), समाजवादी पार्टी, तेलुगु देशम पार्टी (TDP), बहुजन समाज पार्टी (BSP), वाम दलों और स्वराज इंडिया ने बंद का समर्थन किया है।



