
केरल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग
केरल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिये केरल मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को राज्यपाल पी. सदाशिवम से आठ जून को को आग्रह किया है, जिसमें पशुओं के वध के लिए इनके व्यापार को लेकर बनाए गए केंद्र सरकार के नए कानून और इससे राज्य सरकार के अधिकारों के होने वाले अतिक्रमण पर चर्चा की जाएगी।
पिनराई विजयन मंत्रिमंडल ने शुक्रवार सुबह बैठक करने के बाद दिनभर के लिए केरल विधानसभा का सत्र बुलाए जाने का फैसला किया। विधानसभा में पुरानी प्रतिद्वंदी पार्टियां (कांग्रेस व वाममोर्चा) केंद्र सरकार के इस कानून का विरोध करने के लिए पहले से ही एकजुट हैं।
उन्होंने इस कानून की यह कहते हुए निंदा की है कि ’यह कुछ और नहीं बल्कि राज्य सरकार के अधिकारों को हड़पने की एक कोशिश है।’इस विशेष सत्र में पशु व्यापार के संबंध में केंद्र सरकार के नए कानून के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए जाने की संभावना है.
हालांकि इसके केरल विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित होने की संभावना न के बराबर है क्योंकि राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एकमात्र विधेयक ओ. राजगोपाल निश्चित रूप से इस प्रस्ताव का विरोध करेंगे।
इस बीच, मुख्यमंत्री, विजयन, पांच जून को दिल्ली पहुंचकर अपनी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के केंद्रीय नेतृत्व के सामने यह मुद्दा उठाएंगे।
वह देश के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ इस संबंध में बैठक करना चाहते हैं। विजयन छह और सात जून को माकपा की दो दिवसीय पोलित ब्यूरो बैठक में भाग लेने के सिलसिले में दिल्ली में होंगे।